झारखंड सरकार आदिवासी विरोधी: पूर्व सांसद गीता कोड़ा
झारखंड के पाकुड़ में पिछले दिन के एम पी एम कॉलेज आदिवासी बालक छात्रावास में घुस कर पुलिस प्रशासन के द्वारा सैकड़ो छात्रों को लाठी डंडों से मारपीट किया गया और उन्हें लहू लूहान किया गया। झारखंड सरकार एक तरफ आदिवासी हितैषी बनती हैं, लेकिन जनजातीय छात्रों के साथ यह कैसा न्याय कर रही है और अभी तक मुख्यमंत्री का या संबंधित विभाग का कोई बयान नहीं आना सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। हेमंत सोरेन सरकार अपने नाकामियों को छिपा रही है और लाठी डंडे के बल पर आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है।
पुतला दहन के पश्चात पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने कहा । श्रीमती कोड़ा ने कहा कि मार खाने वाले पढ़ने लिखने वाले विद्यार्थी हैं और पाकुड़ में बीते कई वर्षों से बांग्लादेशी घुसपैठियों कर रहे हैं और वहां के आदिवासी मूलवासियों का अधिकार को छीन रहे हैं इसका विरोध विद्यार्थियों द्वारा किया गया था ।यह सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है केवल समाज को दिग्भ्रमित कर सत्ता में बने रहने का कार्य करना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी जनजातीय समुदाय के साथ पूर्ण रूप से खड़ी है और उनके न्याय के लिए सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी। भारतीय जनता पार्टी इस बर्बरता पूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है और जब तक दोषियों को कड़ी कार्रवाई नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले चाईबासा में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की