वही धरना का नेतृत्व कर रहे सुरई हेंब्रम ने बताया कि पिछले 17 सालों से तमाम मनरेगा कर्मी अति अल्प मानदेय पर अपनी सेवा दे रहे हैं राज्य के सभी मनरेगा कर्मी अस्थाई निवासी है राज्य सरकार के आश्वासन के बाद भी इन सभी मनरेगा कर्मियों का अस्थाईकरण अब तक नहीं हो सका है वही देश के कई अन्य राज्यों में मनरेगा कर्मियों की सेवा स्थाई कर दी गई है जहां झारखंड के मनरेगा कर्मी आज भी अस्थाईकरण को लेकर आंदोलन रथ है वही यह सभी मनरेगा कर्मी अस्थाईकरण की मांग कर रहे हैं