204 योजनाओं की रखी आधारशिला, बांटे 11, 617 लाभुकों के बीच 34 करोड़ 29 लाख 10 हजार 731 रुपये की परिसंपत्तियां
गिनायी सरकार की उपलब्धियां, विपक्ष पर बोला हमला, लगाया राज्य को अस्थिर करने का आरोप
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने शनिवार को सरायकेला नगर वासियों को 317 करोड़ 38 लाख 95 हजार रुपये की सौगात दी है. मुख्यमंत्री ने सरायकेला के विकास के लिए 204 योजनाओं की आधारशिला रखा है. इस दौरान सीएम ने 11, 617 लाभुकों के बीच 34 करोड़ 29 लाख 10 हजार 731 रुपये की परिसंपत्तियों का भी वितरण किया. इस दौरान सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा, खरसावां विधायक दशरथ गागराई, ईचागढ़ विधायक सबिता महतो के साथ तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक पब्लिक दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना कर राज्य के समृध्दि की कामना की. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सरायकेला नगर वासियों से जल्द ही सरायकेला को बदले स्वरूप में दिखने का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि जल्द ही सरायकेला छऊ अकादमी की शुरुआत की जाएगी. सरकार इसको लेकर गम्भीर है. उन्होंने कहा कि छऊ कलाकारों की वजह से सरायकेला को पहचान मिली है इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि सरायकेला को संवारना सरकार की प्राथमिकता है. धार्मिक स्थलों के स्वरूप को नई पहचान देने की बात उन्होंने कही. उन्होंने कहा कि जल्द ही सरायकेला में मार्केट कॉम्प्लेक्स बनेगा. इसमें स्थानीय भूमिपुत्रों की भागीदारी सुनिश्चित होगी. वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य को अशांत करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय एजेंसियों का सम्मान करते हैं, मगर भेदभाव सही नहीं है. उन्होंने कहा कि हम ऐसा एजेंसी चाहते हैं जो आदिवासियों के जमीन की जांच करें. खरसावां में बंद पड़े अभिजीत कंपनी को लेकर मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा पर निशाना साधा हालांकि उन्होंने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विकास योजनाओं को विपक्ष पचा नहीं सकी और आज उन्हें सलाखों के पीछे भिजवा दिया. आने वाले दिनों में जनता इसका जवाब देगी. उन्होंने कहा कि 2027 तक राज्य में सबका पक्का आवास होगा. वहीं आयुष्मान कार्ड का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने उसे शोभा की वस्तु बताकर केंद्र सरकार की योजना पर निशाना साधा.