सरना धर्म कोर्ड को मान्यता देने की मांग पर आदिवासी सेंगेल अभियान (एएसए) के सांकेतिक भारत बंद का आंशिक असर ग्रामीण क्षेत्र में दिखाई दिया. अभियान के सदस्यों ने शनिवार को करनडीह में टाटा हाता मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान जमकर नारेबाजी की. बंदी के कारण सड़क के दोनो छोर पर जाम लग गया. काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे. हालांकि परसुडीह थाना प्रभारी रामकुमार वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर जाम हटवाया, आदिवासी सेंगल अभियान के जोनल प्रभारी कुनु राम बास्के ने बताया कि भारत आजाद होने के बावजूद सरना धर्म कोड लागू नहीं किया गया है आज भी धार्मिक गुलामी जीने को राज्य की जनता मजबूर है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से लगातार आह्वान किया जा रहा है कि सरना धर्मकोर्ड को लागू किया जाए बावजूद इसके केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही है और दूसरी तरफ राज्य सरकार टाल मटोल रवैया अपना रही है उन्होंने राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राज्य सरकार राज्य की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है प्रधानमंत्री के झारखंड आगमन के बावजूद राज्य सरकार द्वारा उनके समक्ष इस मांग को नहीं उठाया गया उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार आदिवासी सेंगल अभियान के मांग को नहीं मान लेती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा उन्होंने कहा कि इसी क्रम में आज भारत बंद का आह्वान किया गया है रेल रोड चक्का जाम किया गया है