सुर ओ साहित्य स्पर्श की अनुषंगी संस्था के तहत विगत 6 वर्षों से कल और साहित्य के उत्थान के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है, विश्व स्तरीय साहित्यकार और कलाकारों को एक मंच प्रदान करने के लिए लगातार संस्था प्रयासरत है, लगातार कई वर्षों से संस्था द्वारा झारखंड राज्य में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं के कवियों और कवित्रियों को राष्ट्रीय पहचान दिलाने का भी प्रयास किया जा रहा है, पिछले 5 वर्षों में संस्था द्वारा हिंदी बांग्ला संथाली हो कुरमाली के विदुषी अपने-अपने भावनाओं को जनमानस तक पहुंचा है किसी क्रम में 9 अगस्त दिसंबर को जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित सेंटर फॉर एक्सीलेंस और बिष्टुपुर स्थित रामदास भट्टा स्थित सामुदायिक भवन में सुर ओ साहित्य का विहंगम आयोजन होने जा रहा है जिसे लेकर प्रेस वार्ता कर जानकारी दी गई