पिंटू एक्सप्रेस ट्रेनों में चोरी की घटना को अंजाम देता था. जानकारी देते हुए जीआरपी प्रभारी गुलाम रब्बानी ने बताया कि 16 जून को बिलासपुर पटना एक्सप्रेस से एक महिला के पर्स की चोरी हो गई थी. इसके अलावा भी चोरी के कई मामले सामने आ रहे थे. उद्भेदन के लिए जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से काम किया. सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पिंटू को संदिग्ध तरीके ट्रेन से एक झोला लेकर उतरते देखा गया. इसी बीच मंगलवार को पिंटू को फिर से स्टेशन में ही पाया गया जिसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में पिंटू ने टीम को बताया कि वह ऐसे ट्रेनों को निशाना बनाता था जो सुबह 3 से 5 बजे के बीच टाटानगर स्टेशन पहुंचती थी जिसमे उत्कल और बिलासपुर पटना एक्सप्रेस शामिल होते थे. वह बिना टिकट ट्रेनों में चढ़ जाता और ट्रेन की एसी बोगी में जाकर महिलाओं के पर्स चोरी करता था. उसने चोरी किए गए कुछ गहनों को आसनसोल के एक ज्वेलर्स को बेचा था. वहीं पर्स से जो मोबाइल बरामद होता उसे तोड़कर नाले में फेंक देता था. साथ ही उन्होंने बताया कि बीते कुछ महीनों में रेल मदद ऐप में चोरी की कई शिकायतें मिल रही थी जिसपर जीआरपी और आरपीएफ की टीम काम कर रही थी. वहीं रेलवे के फ्लाइंग टीम का नेतृत्व करने वाले बलबीर प्रसाद भी इसका उद्भेदन करने में लगे हुए थे. पिंटू की गिरफ्तारी से ट्रेनों में चोरी की घटना में कमी आयेगी.