उन्होने कहा की आदिवासियों की पहचान प्रकृति से है और बाकि किसी भी धर्म या जाती से ये अलग है, इनकी पहचान सरना धर्म है और इसलिए लगातार सरना धर्म कोड को लागु किये जाने की मांग को लेकर इनका आंदोलन जारी है, उन्होने कहा की विगत 15 जून को इसी मांग के आलोक मे भारत बंद भी बुलाया गया था और पांच राज्यों के 50 स्थानों मे सड़क व रेल को रोका गया था, अब आगामी चुनाव से पहले सरना धर्म कोड को लागु किये जाने की मांग वें करते हैं, और इसी को लेकर कोलकाता मे जनसभा का आयोजन होगा