जमशेदपुर मे आदिवासियों द्वारा मनाया जाने वाले शिकार पर्व यानी सेंद्रा पर्व को मनाया गया, हालांकि वन विभाग के प्रयास से इस बार जानवरों का शिकार नहीं हुआ.
वन विभाग इस बार भी पर्व मे वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु मुस्तैद दिखी, वैसे पूर्व मे ही दलमा राजा एवं अन्य ग्रामीणों के साथ बैठक कर शिकार नहीं करने का निर्णय लिया गया था, वन विभाग दलमा पहाड़ी के तमाम एंट्री पॉइंट पर जाँच करते नजर आई, इनके द्वारा हर आने जाने वाले वाहनो मे हथियार, जाल आदि की जाँच की गई, ताकि कोई भी जानवरों का शिकार नहीं कर सके, रेंजर दीगविजय सिंह के अनुसार पहले की अपेक्षा हाल के वर्षो मे ग्रामीणों मे भी वन्य प्राणियों के संरक्षण को लेकर काफ़ी जागरूकता आई हैं, और लोग खुद से केवल परम्परा का निर्वाहन कर रहे हैं और वन्य प्राणियों के संरक्षण मे सहभागी बन रहे हैं.

