भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय, झारखंड सरकार, टाटा फाउंडेशन और जिला प्रशासन के सौजन्य से रविवार को कला नगरी सरायकेला में मेगा स्वास्थ जांच शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें देश के नामी गिरामी अस्पतालों के करीब दो सौ से भी अधिक चिकित्सकों ने अपनी सेवा दी. सुबह से ही जिले के विभिन्न प्रखंडों के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों एवं तीनों निकायों के लोगों ने इस शिविर में पहुंचकर शिविर का लाभ उठाया. शिविर का उद्घाटन केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन, सरायकेला जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जनजातीय मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्रीमती आर. जाया, सरायकेला उपायुक्त अरवा राजकमल, एसपी आनंद प्रकाश एवं टाटा फाउंडेशन के सीईओ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित तमाम अतिथियों का भारतीय परंपरा के अनुसार पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया. वहीं सभी अतिथियों ने बारी- बारी से सभी काउंटरों का निरीक्षण कर वहां मरीजों को मिल रहे सुविधाओं का जायजा लिया और स्वस्थ सेवा मुहैया कराने में जुटे चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ वॉलिंटियर्स की हौसलाफजाई की. अपने संबोधन में मंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड सरकार को समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के प्रति कृत संकल्पित बताया. उन्होंने कहा राज्य सरकार की पहल पर परंपरागत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सदर अस्पताल को सुदृढ़ किया जा रहा है, ताकि ऐसे शिविरों का आयोजन करने की आवश्यकता ना हो. स्वास्थ्य केंद्र मजबूत होगा तो लोगों को उनके घर तक सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, मंत्रालय जनजातीय समाज के उत्थान को लेकर काफी बेहतर तरीके से काम कर रहा है. उन्होंने कहा जनजातीय समुदाय के शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर मंत्रालय काम कर रहा है, जिसका व्यापक परिणाम सामने आ रहा है. देश के प्रधानमंत्री के सोच के अनुरूप मंत्रालय काम कर रहा है. उन्होंने शिविर को बेहद ही सफल बताया, और कहा शिविर का उद्देश्य न केवल शिविर तक ही सिमट कर रह जाएगा, बल्कि शिविर में जांच कराने पहुंचे मरीजों का पूरा डाटा रखा जाएगा, और उसे फॉलो भी किया जाएगा. अच्छा स्वास्थ्य लोगों का मौलिक अधिकार है. भारत सरकार आयुष्मान योजना के तहत इसे अमलीजामा पहनाने में लगा है, जिसके माध्यम से देश की बड़ी आबादी लाभान्वित हो रही है. इस शिविर में पहुंचने वाले लोगों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया जा रहा है, ताकि देश का कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधा से वंचित ना रहे. उन्होंने सभी सांसदों को अपने अपने क्षेत्र में इस तरह का आयोजन करने की सलाह दी, ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके. कार्यक्रम को जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने भी संबोधित किया.