डीसी विजया जाधव के चेंबर में सोमवार की शाम प्रशासनिक अधिकारियों ने साकची कब्रिस्तान कमेटी के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की. इस वार्ता में डीसी विजया जाधव, एसडीओ संदीप कुमार मीणा, एडीएम एनके लाल और एडीसी के अलावा जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार मौजूद थे. डीसी ने चार अधिकारियों की एक कमेटी बना दी है. इस कमेटी में एसडीओ संदीप कुमार मीणा, एडीएम विधि व्यवस्था एनके लाल, एडीसी और जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार हैं. यह चारों अधिकारी साकची कब्रिस्तान परिसर में जाकर वहां चल रहे निर्माण का जायजा लेंगे और मामले की जांच करेंगे. इसके बाद डीसी विजया जाधव को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे और बताएंगे कि साकची कब्रिस्तान परिसर में किस प्रकार का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके बाद डीसी इस मामले में आगे कोई फैसला लेंगी.
कब्रिस्तान परिसर में कोई व्यवसायिक निर्माण नहीं
बैठक में साकची कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रियाज शरीफ ने अधिकारियों को बताया कि उनके कब्रिस्तान परिसर में कोई व्यवसायिक निर्माण नहीं हो रहा है. ना तो कोई मदरसा बन रहा है और ना ही कोचिंग संस्थान बन रहा है. वह लोग वजूखाना और जनाजा खाना बना रहे हैं. जहां नमाज पढ़ी जाएगी. इसके अलावा जनाजे के साथ आने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए गेट को चौड़ा किया जा रहा है. ग्रेजुएट कॉलेज की तरफ 5 दरवाजे खोलने के सवाल पर रियाज शरीफ ने उन्हें बताया की साकची कब्रिस्तान में जनाजा लेकर जाने के लिए तीन गेट हैं. ये हमेशा खुले रहते हैं. पीछे के गेट खोलने की बात कही जा रही है. वह भी पुराने गेट हैं. वह हमेशा बंद रहते हैं. वह तभी खोले जाते हैं, जब साकची कब्रिस्तान परिसर में किसी भी तरह की मरम्मत का काम होता है या कब्रिस्तान में मिट्टी डालने की जरूरत होती है. रियाज शरीफ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को बताया की कब्रिस्तान परिसर में हाई मास्ट लाइट लगी हुई है. लाइट की मरम्मत के लिए भी गाड़ी को अंदर ले जाना होता है. इसलिए प्रवेश द्वार पर पर्याप्त जगह होनी जरूरी है.
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक से कब्रिस्तान कमेटी संतुष्ट
साकची कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रियाज शरीफ ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक से कमेटी पूरी तरह संतुष्ट है. अधिकारियों ने उनकी बात को समझा है.