मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक मोहर्रम का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है इसी क्रम में जमशेदपुर ओल्ड पुरुलिया रोड स्थित यासीन अखाड़ा,आजादनगर गरीब कॉलोनी एक नंबर अखाड़ा, साकची मोमडन लाइन इमामबाड़ा, बिष्टुपुर स्थित हजरत बादशाह अब्दुल रहीम उर्फ चुना शाह बाबा इमामबाड़ा, जुगसलाई ईदगाह मैदान इमामबाड़ा, मखदुमपुर दो नंबर अखाड़ा कीताडीह स्थित साउथ ईस्टर्न रेलवे मोहर्रम अखाड़ा एवं सरायकेला-खरसावां जिले के कपाली डांगरडीह स्थित इमामबाड़ा, कपाली चांदनी चौक स्थित महरुम मजनू अखाड़ा पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है या हुसैन या हुसैन के नारों से पूरा शहर गुंजायमान है सभी अपनी अपनी श्रद्धा से इमामबाड़े पर पहुंचकर फातिहा और दरूद पढ़ रहे हैं वही कई इमामबाड़ा में अखाड़ा भी निकाला गया है जहां कई बच्चे बड़े अखाड़ा खेलते हुए नजर आ रहे हैं इस मौके पर शहर भर में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है शहर के कई इलाकों में पुलिस ने आज भी फ्लैग मार्च किया ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे आपको बता दें कि मुसलमान इस त्यौहार को हुसैन रजि अल्लाह ताला अन्हा के शहादत के रूप में मनाते हैं जब एक बुरे और तानाशाह बादशाह जो असहाय और मजलूम पर जुल्म करता था उस तानाशाह बादशाह यजीद के खिलाफ हुसैन रजि अल्लाह ताला अन्हा ने उन असहाय और मजलूमों के लिए अपनी आवाज को बुलंद किया और अपने पूरे परिवार एवं समर्थकों के साथ कर्बला के मैदान में जंग लड़ते हुए शहीद हो गए थे तब से लेकर आज तक मुसलमान इस त्यौहार को हुसैन रजि अल्लाह ताला अन्हा की शहादत के रूप में मनाते हैं