सिल्ली: शहीद रघुनाथ महतो की संघर्ष गाथा को देश-दुनिया तक पहुचाएंगे – आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो

Spread the love



रिपोर्टर जितेन सार सिल्ली
लोकेशन सिल्ली


सिल्ली में पलाश फिल्म प्रोडक्शन्स द्वारा निर्मित लघु फिल्म “माटी के सपूत” के प्रीमियर शो में शामिल हुए सुदेश महतो
सिल्ली शहीद रघुनाथ महतो के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते अतिथि गण, संबोधित करते सुदेश कुमार महतो, शहीद रघुनाथ महतो पर बनी फिल्म माटी के सपूत का प्रथम प्रदर्शन
सिल्ली : प्रखंड के किता लोटा चांपा टांड़ में मंगलवार को चुआड़ विद्रोह के महानायक शहीद रघुनाथ महतो कू शहादत दिवस पर अमर शहीद रघुनाथ महतो के जीवन पर आधारित फिल्म का प्रीमियर शो का आयोजन किया गया। इससे पूर्व विधायक सुदेश कुमार महतो महतो, विधायक लम्बोदर महतो, प्रभात खबर के मुख्य सम्पादक अनुज कुमार सिन्हा, जिप अध्यक्ष सुकरा सिंह मुंडा समेत अन्य अतिथियों ने शहीद रघुनाथ महतो समेत अन्य शहीदों के बलिदान स्थल पर स्मृति में गाड़े पत्थर पर तथा लोटा चौक पर उनके आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। आयोजन स्थल पर लोगों को सम्बोधित करते हुए विधायक सुदेश कुमार महतो ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे शुरुआती दौर में लोगों को एकजुट करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा था, ऐसे में ब्रिटिश हुकूमत के काले कानूनों के खिलाफ जनमानस को संगठित कर चुआड़ विद्रोह का शंखनाद करनेवाले प्रथम स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद शहीद रघुनाथ महतो को इतिहास के पन्नों में संक्षिप्त परिचय दिया गया। हमें इस परिचय को बड़ा करना होगा। हम शहीद रघुनाथ महतो की संघर्ष गाथा को देश-दुनिया तक पहुचाएंगे। उनके शहादत स्थल पर विश्वस्तरीय स्मारक बनाएंगे। इसकी शुरुआत की जा चुकी है। आज इसी का परिणाम है कि जिन शोधकर्ताओं ने माटी के सपूत को अपने इतिहास के पन्नों में जगह नहीं दिया, वे आज किताबों से लोटा किता तक आ गए हैं। लेकिन इस दिशा में अभी और भी कार्य बाकी है।
पिछले वर्ष तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर किता रेलवे स्टेशन का नाम शहीद रघुनाथ महतो के नाम करने को लेकर उनका ध्यान आकृष्ट कराया था। तत्पश्चात रेल मंत्रालय की ओर से यह सूचना दी गयी कि राज्य सरकार इस बाबत प्रस्ताव भेजे, तो आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं। तत्पश्चात हमने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि राज्य सरकार किता रेलवे स्टेशन का नामकरण शहीद रघुनाथ महतो के नाम पर करने की अनुशंसा केंद्र को भेजे, ताकि शहादत, लोकहित और भावना से जुड़े इस विषय को मूर्त रूप मिले और झारखंडी वीर सपूत को पूरे भारत के लोग जान सकें। भगवान बिरसा को पूरा देश जानें, इसमें 70 वर्ष से ऊपर का समय लग गया। हमें अपने वीर शहीदों, अपनी माटी के साथ न्याय करना है तो निरंतर प्रत्यनशील रहना होगा, अपने हक-अधिकारों के लिए लड़ना होगा। अब अमर शहीद रघुनाथ महतो की शौर्य गाथा को देश-दुनिया तक पहुँचाने की बारी है। वीर शहीद रघुनाथ महतो का नाम बहादुरी, राष्ट्रभक्ति एवं बलिदान का पर्याय है।”माटी के सपूत” देश की आजादी में चुआड़ विद्रोह के दौरान अमर शहीद रघुनाथ महतो जी के योगदान को संग्रहित व दस्तावेजीकृत करने का एक संकल्प है। ज्ञात हो को 1769 में सिल्ली, जंगलमहल, कोल्हान, बीरभूम, बडाभूम, पातकोम आदि क्षेत्रों में अंग्रेजों के खिलाफ रघुनाथ महतो के नेतृत्व में चला चुआड़ विद्रोह झारखंड की एक गौरव गाथा है। देश भर में आजादी का यह पहला बिगुल था। दुर्भाग्यवश आजादी के उपरांत ऐसे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान इतिहास के पन्नों में गुम हो गए। साथ ही श्री सुदेश कुमार महतो ने लोटा किता में शहीद रघुनाथ महतो शहादत स्थल के प्रवेश द्वार निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया। कहा कि शहादत स्थल पर विश्वस्तरीय स्मारक बनाने की तैयारी है। आज सिल्ली से दिल्ली तक लोग शहीद रघुनाथ महतो को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहें। अब पूरे देश में झारखंड के इस वीर सपूत की शौर्य गाथा को पहुँचाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *