बागबेड़ा थाना क्षेत्र के संजय नगर के रहने वाले युवक सुनील घोष को बदमाशों ने बंधक बना लिया है। सुनील घोष की मां कमला देवी ने 21 फरवरी को ही मामले की जानकारी बागबेड़ा थाना प्रभारी को दी थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर बुधवार को कमला देवी साकची स्थित एसएसपी ऑफिस पहुंची और एसएसपी ऑफिस में आवेदन देकर अपने बेटे को बदमाशों के चंगुल से छुड़ाने की गुहार लगाई है। कमला देवी ने बताया कि राजेश पतरू और मंझला आपराधिक किस्म के आदमी हैं। उनका बेटा घर आया था। तो इन लोगों ने दौड़ा कर उसको पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट की और बंधक बना लिया। वह लोग बेटे को कहां रखे हैं। इसकी जानकारी मां को नहीं है। कमला देवी ने बताया कि मंझला और राजेश ने घर को भी कब्जा कर लिया है। कमलादेवी भी अपने घर में नहीं रह पा रही है। वह कहीं और रहती है। कमला देवी ने बताया कि वह घर जाती है तो राजेश पतरू और मंझला उसके साथ मारपीट करते हैं। कमला देवी ने बताया कि उनके तीन बेटे पहले से ही कमाने के लिए कहीं चले गए हैं। वह अपने तीन बेटों को भी नहीं देख पाई है। कई साल से उनके बेटे नहीं मिले हैं। सुनील घोष उसके साथ रहता था। उसे भी बदमाशों ने पकड़ लिया है। कमला देवी ने बताया कि सुनील घोष थोड़ा मानसिक तौर पर विक्षिप्त है। फिर भी होटल में काम करता था और उसी से घर का खर्च चलता था। कमला देवी ने बताया कि राजेश और मंझला ने सुनील घोष को होटल से भी दौड़ा दिया लिया था। इस पर वह भाग कर घर की तरफ आया तो उसे वहां मारा-पीटा और बंधक बना लिया। कमला देवी ने पुलिस से मांग की है कि उसके बेटे को जल्द बरामद किया जाए। बेटे के नहीं मिलने से मां कमला देवी का रो रो कर बुरा हाल है। वह काफी सदमे में है। उसे आशंका है कि पुलिस सुनील की खोज में देर कर रही है। कहीं कोई अनहोनी न घट जाए।