झारखंड भाषा संरक्षण के कदमा में मातृभाषा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर श्री अभिषेक पाण्डेय ने कहा कि मातृभाषा मां के सम्मान है।जब बच्चा पहली बार कोई शब्द का प्रयोग करता है तो अपनी मातृभाषा में ही करता है ।कुछ दिनों से भोजपुरी, मगही,मैथिली,अंगिका भाषी अपनी मातृभाषा के स्थान पर भोजपुरी, मगही,मैथिली,अंगिका के बदले हिन्दी लिख रहे हैं।हिन्दी हमारी मातृभाषा नहीं है बल्कि हमारे देश की राष्ट्रभाषा है और संपर्क भाषा भी है।उसका सम्मान भी जरूरी है लेकिन अपने अस्तित्व अपनी पहचान को भी बचाए रखने की आवश्यकता है। अबकी बार जनगणना में भोजपुरी,मगही,मैथिली, अंगिका भाषी लोगों से अपील करताहै कि मातृभाषा के कालम में हिन्दी ना लिखकर भोजपुरी,मगही,मैथिली, अंगिका ही लिखें,जिससे इन भाषाओं को बोलने वाले लोगों की जनसंख्या का पता चल सके।जहाँ तक भोजपुरी और मगही की बात है उसका अपना व्यापक क्षेत्र है।चार राज्यों के पचास से अधिक जिलों के लोगों की मातृभाषा भोजपुरी और मगही है।इन सभी जिलों को मिलाकर भोजपुर प्रदेश का गठन किया जाना चाहिए, जिससे भाषाई विवाद खत्म हो सके।भोजपुरी की लिपि कैथी है और वर्तमान में लिखने में देवनागरी लिपि का प्रयोग किया जा रहा है। इसका अपना शब्दकोश और व्याकरण भी है।केन्द्रीय सरकार से भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग झारखंड भाषा संरक्षण मंच करती है। इधर लगातार कुछ दिनों से भोजपुरी,मगही,मैथिली, अंगिका भाषा पर हमला हो रहा है,मातृभाषा माँ के सम्मान है और किसी की माँ का बार बार अपमान करना सही नहीं है।जिस दिन उस माँ के सपूत अपनी माता के अपमान का बदला लेने के लिए उठ खड़े हुए उस दिन गृहयुद्ध निश्चित है।रंजीत झा ने भी अपने विचार को रखा एवं मैथिली अंगिका भाषा पर अपना विचार रखा।उन्होंनेकहा कि मैथिली की लिपि दक्षिणी नागरी है जो बंगाला के समान है।लेकिन फिलहाल मैथिली लेखन में देवनागरी लिपि का प्रयोग किया जा रहा है,उनहोंने विद्यापति की कविता सुना कर अपना व्यक्तिव्य समाप्त किया।ज्योति मिश्रा ने भी मैथिली अंगिका पर अपने विचार रखा।बिकास सिह ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की इस अवसर पर अभिषेक पाण्डेय,रंजीत झा,ज्योति मिश्रा,मुकेश झा,बिकास सिंह,कृष्णकांत पाण्डेय,प्रवीण राय, सत्यम,कौशिक मिश्रा,सुधीर कुमार,प्राज्वल कुमार,पी के पाण्डे,राहुल प्रसाद, एवं काफी संख्या में झारखंड भाषा संरक्षण मंच के सदस्य उपस्थित थे।