झारखंड मुक्ति मोर्चा से रहे सरायकेला विधानसभा के पूर्व विधायक सह पूर्व सांसद कृष्णा मार्डी ने राजनगर में पत्रकारों के साथ रूबरू होते हुए।कहा झारखंड अलग राज्य होने के बाद भी आज तक आंदोलनकारियों को सम्मान व पेंशन नही मिला।उन्होंने बताया कि झारखंड में लगभग 70 हजार आंदोलन कारी है।लेकिन मात्र तीन हजार आंदोलन कारीयों को चिन्हित किया गया है।ये दुर्भाग्य है।वहीं उन्होंने झारखंड में स्थानीय नीति पर भी गहरी चिंता करते हुए।कहा आज स्थानीय लोग वंचित हो रहे है। सरकार यदि 1932 को ना माने तो कम से कम 1964 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करे।इसी दौरान उन्होंने जानकारी दी कि आगामी 20 जनवरी को धनबाद जिले में आंदोलनकारियों की विशेष सभा रखी गई है।जहां कई आन्दोलनकरी एवं पूर्व विधायक इक्क्ठा होंगे।और स्थानीय नीति एवं आंदोलनकारियों को अपना हक दिलाने पर रणनीति तैयार की जाएगी।और आन्दोलनकरीयों को लेकर इस सरकार के खिलाफ एक मुहिम चलाने की बात कही।जिसमें पूर्व विधायक अर्जुन राम,पूर्व विधायक शिवा महतो,पूर्व विधायक सरयू बेसरा,बंधु तिर्की आदि नेतागण शामिल होंगे।
*सरायकेला/राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोर्ट*