
घटना करीब सुबह 9 बजे की है। स्टेशन परिसर में सुबह के समय यात्रियों की भीड़ रहती है, ऐसे में कार से उठते काले धुएं और तेज होती लपटों ने मौके पर हड़कंप मचा दिया। लोग इधर-उधर भागने लगे और कुछ देर के लिए मुख्य द्वार के बाहर यातायात भी प्रभावित हो गया।
कार गम्हरिया निवासी श्रीनिवास नायक की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार श्रीनिवास अपनी पत्नी के साथ बेटे को दुरंतो एक्सप्रेस में छोड़ने स्टेशन आए थे। तीनों ट्रेन के निर्धारित समय पर प्लेटफॉर्म की ओर गए थे। जब वे बाहर लौटे, तो देखा कि उनकी कार पूरी तरह आग की चपेट में है। कार के भीतर उस समय कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक कार के नीचे से धुआं उठता दिखा और देखते ही देखते आग भड़क गई।
घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। साथ ही दमकल विभाग को भी तत्काल सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में एक दमकल की गाड़ी पहुंची और आग बुझाने का कार्य शुरू किया। आग इतनी भीषण थी कि उसे नियंत्रित करने के लिए एक जेसीबी मशीन भी मंगाई गई, जिसकी मदद से कार के हिस्सों को हटाकर आग बुझाने की प्रक्रिया को तेज किया गया। लगभग आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका।
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में यह तकनीकी खराबी का मामला प्रतीत हो रहा है, हालांकि वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे, जिन्हें हटाकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की और यातायात को सामान्य कराया। घटना से यात्रियों में दहशत का माहौल जरूर बना, लेकिन समय रहते आग पर नियंत्रण पा लेने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
