
सभा में मुख्यमंत्री ने खास तौर पर झामुमो के प्रत्याशी सोमेश सोरेन के लिए समर्थन की अपील की और कहा कि पूरे क्षेत्र की गहरी समस्याओं का समाधान कर रहे प्रतिनिधि ही जनता की सच्ची सेवा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सभा में मोदी-युग की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम हर समय आपके साथ खड़े रहेंगे आपके सेवा में 24 घंटा हमेशा सोमेश सोरेन रहेंगे। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में राजनीतिक रेखा स्पष्ट करते हुए कहा कि यह वर्गीय संघर्ष है ,यह व्यापारियों की पार्टी नहीं है, व्यापारियों की जमात नहीं है। यह आदिवासी, दलित, मजदूर, पिछड़ा, किसान, मुलवासी की पार्टी है। उन्होंने कहा कि देश में एक तरफ व्यापारी प्रभाव की राजनीति है और दूसरी तरफ वो लोग हैं जो जमीनी स्तर पर संघर्ष कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने यथास्थिति पर हमला करते हुए चेतावनी दी कि कुछ लोग गरीबों और पिछड़ों को कुचलने में लगे हुए हैं और केवल लेने वाले हैं जब उसका ज़रूरत पड़ेगा आपका पैर भी पकड़ लेगा, जब उसका काम निकल जाएगा आपका गर्दन पकड़ लेगा। भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपाई नीतियों पर भी निशाना साधा और स्थानीय मतदाताओं से आग्रह किया कि वे सामूहिक रूप से सोमेश सोरेन को जिताकर क्षेत्र के विकास और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करें। जनसभा में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और उपस्थित जनों ने मुख्यमंत्री के भाषण पर तालियों से समर्थन जताया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसी केंद्रीय हस्तियों की भागीदारी से उपचुनाव की दौड़ और भी तीव्र हो सकती है।
