
इस सनसनीखेज मामले का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का चाचा निकला. 16 अगस्त की रात गोताखोरों की मदद से पुलिस ने हुरलुंग ब्रिज के नीचे से कृष्णा महतो का शव बरामद किया. शव के हाथ- पैर बंधे हुए थे, जिससे साफ हो गया कि यह सुनियोजित हत्या है. परिजनों ने आशंका जताई है कि कृष्णा महतो का अपनी चाची के साथ अवैध संबंध था. इसी विवाद के चलते चाची दो माह पूर्व अपने मायके राजनगर चली गई थी. लेकिन कृष्णा लगातार उसकी तस्वीरें दिखाकर ब्लैकमेल कर रहा था. इसी कारण 12 अगस्त की रात बिरसानगर गणेश मंदिर के पास से उसका अपहरण कर लिया गया.
15 अगस्त को कृष्णा की बाइक लावारिस हालत में बरामद हुई. इसके बाद बड़े भाई प्रकाश महतो ने बिरसानगर थाना में राजेश महतो (कृष्णा का चाचा, निवासी बिरसानगर गणेश मंदिर के पास) और मुकेश मुर्मू (निवासी जोन नंबर-9) के खिलाफ अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में चाचा राजेश महतो ने स्वीकार किया कि कृष्णा न केवल अपनी चाची, बल्कि अन्य महिलाओं के भी आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था. इस वजह से परिवार और आसपास के लोग भी उससे नाराज थे. पुलिस के अनुसार 12 अगस्त की रात कृष्णा अचानक लापता हुआ था. पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन बाद में सबूत मिलने पर अपहरण और हत्या की आशंका की पुष्टि हुई. कृष्णा की बाइक उसके चाचा के घर के पास से बरामद होने पर शक गहराया. फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं. अब सबकी निगाहें पुलिस के औपचारिक खुलासे पर टिकी है.