
इस बैठक मे शहर के ब्रह्मण, राजपूत, भूमिहार और कायस्थ समाज के बुद्धिजीवी लोग शामिल हुए, सभी समाज के लोगों ने स्वर्ण समाज को एक जुट करने का निर्णय लिया, इस मोके पर उपस्थित लोगों ने कहा कि स्वर्ण समाज अलग अलग रह कर खुद कमजोर हो गया है, अब समय आ गया है कि स्वर्ण समाज के लोग एकजुट हो कर अपनी पहचान राज्य और देश मे बता सके, उपस्थित लोगों ने कहा कि हमारे समाज मे मरवाड़ी एवं स्वर्णकार भी आते है, आगे उन्हें भी जोड़ने का काम किया जाएगा, स्वर्ण महासंघ के लोगों ने कहा कि स्वर्ण समाज को एक जुट हो कर ही राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष अपनी बातों को रखा जा सकता है, अभी स्वर्ण महासभा का गठन जमशेदपुर मे हुआ है, आगे पूरे झारखण्ड मे स्वर्ण महासंघ का विस्तार किया जाएगा, उसके बाद अपनी मांगो को राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।