सरायकेला के तितिरबिला में जिला प्रशासन द्वारा आदिवासियों के पूजा स्थल और श्मशान भूमि को जबरन कब्जा कर उसमें बाईपास सड़क बनाए जाने के विरोध में कोल्हान के तीनों जिलों के आदिवासी एकजुट होकर जिला प्रशासन और सरकार का विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को आदिवासी संगठनों ने कोल्हान बंदी बुलाई थी. इसका असर बुधवार सुबह से ही देखने को मिल रहा है. जहां जगह- जगह आदिवासी संगठन के लोगों ने सड़कों पर टायर जलाकर लागभग सभी प्रमुख मार्गों को अवरुद्ध कर दिया है. साथ ही बाजारों व दुकानों को बंद कराने में जुट गए हैं. आदिवासी संगठनों के नेताओं ने बताया कि बगैर ग्राम सभा के सरकार अथवा जिला प्रशासन किसी भी आदिवासी समुदाय के लोगों की एक इंच जमीन भी नहीं ले सकती है. यदि सरकार अपनी नीतियों में बदलाव नहीं लाती है तो आदिवासी अब चुप नहीं बैठने वाले हैं. हर स्तर पर सरकार और जिला प्रशासन का विरोध किया जाएगा. इधर बंदी का सुबह से ही व्यापक असर देखने को मिल रहा है.