
झारखण्ड और बिहार राज्य से तक़रीबन 150 चिकित्सक इस अधिवशन मे शामिल होंगे, इसकी जानकारी एक वार्ता के दौरान आयोजकों ने दी, इन्होंने बताया की यह आठवां अधिवशन है, इन्होने कहा की ह्रदय और मधुमेह की बीमारी का बड़ा घातक सम्बन्ध है, देश मे 32 प्रतिशत मधुमेह के मरीजों मे ह्रदय सम्बन्धी बीमारी पनप जाती है जो आगे चलकर जान लेवा साबित होता है, इस कारण से मधुमेह को नियंत्रित रखना अति आवश्यक है, अधिवशन मे इस बीमारी को लेकर चर्चा होंगी साथ ही इसके बेहतर से बेहतर इलाज एवं लोगों के बिच इसकी जागरूकता कैसे लाया जाये, इसपर चर्चा की जाएगी.