हर वर्ष पप्पू सरदार होली कि खुशियाँ इन खास बच्चों के साथ मनाते हैं, ये वैसे बच्चे है जो आम तौर पर अकेले रहते हैं और त्यौहार के मौसम मे उन्हें अकेला पन महसूस ना हो सके इस कारण पप्पू सरदार हर पर्व त्यौहार कों इनके साथ मनाते है, इस दौरान पप्पू सरदार ने जोकर का रूप धारण कर यहाँ के बच्चों कों खूब हसाया और उनके साथ अबीर ग़ुलाल खेला वहीँ राधा कृष्ण कि झांकी भी यहाँ देखने कों मिली जहाँ ब्रज कि होली के तर्ज पर सभी ने होली कि खुशियाँ मनाई, सभी स्पेशल बच्चे इस दौरान आपस मे अबीर ग़ुलाल लगाकर होली के गीतों पर जमकर थिराकते नजर आये, पप्पू सरदार ने बताया कि ये ऐसा मौका है जब हम सब अपने गमों कों भुलाकर होली कि खुशियों मे सराबोर होते है, इन खास बच्चों के बिच खुशियाँ मनाकर वें अपने आप मे गर्व महसूस करते हैं, उन्होने कहा कि उन्होने एक जोकर का भेस इसलिये धारण किया है कि वें यहाँ मौजूद सभी कों हसीं दे सके, उन्होने कहा कि जिस तरह एक जोकर अपने दुख कों छुपाकर सभी कों खुशियाँ देता है ठीक उसी प्रकार होली के मौके पर आपसी भेद भाव और अपने दुख दर्द कों भुलाकर सभी कों खुशियाँ बाँटनी चाहिए.