
बता दें शहर मे जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज पूर्व से ही संचालित है और इसमें पुरे जिले से सैकड़ों विश्वकर्मा समाज के लोग जुड़े हैं लेकिन इससे अलग हटकर एक गुट ने बढ़इ विश्वकर्मा समाज का निर्माण कुछ वर्षो पूर्व किया था और अब इसमे दो फाड़ नजर आ रहा है, झारखण्ड प्रदेश बढ़इ विश्वकर्मा समाज के बैनर तले साकची स्थित स्टील हाउस प्रांगण मे वार्षिक मिलन समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमे बड़ी संख्या मे बढ़इ विश्वकर्मा समाज के लोग एकत्रित हुए, वैसे बढ़इ विश्वकर्मा समाज के महामंत्री मनोज शर्मा ने समाज के एकजुटता के सवाल पर कहा की भगवान विश्वकर्मा के पांच पुत्र थे जिनमे से एक बढ़इ समाज है और वों पहले इस समाज कों एकजुट कर रहे हैं जिसके बाद वों बाकियों कों एकजुट करेंगे.
वहीँ इस मामले मे झारखण्ड प्रदेश विश्वकर्मा समाज के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन शर्मा ने कहा की भगवान विश्वकर्मा के पांच पुत्र अवश्य थे लेकिन पांचो कों एकजुट करने की दिशा मे पूर्व से ही विश्वकर्मा समाज कार्य कर रही है, और इसी के निमित्त जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज के संचालन भी होता है, देश के प्रधानमंत्री ने पी.एम विश्वकर्मा योजना की शुरुवात की है जिसमे उन्होने 18 जातियों कों सम्मिलित कर सभी कों योजना से जोड़ने का प्रयास किया है, लेकिन बढ़इ समाज कों अलग कर उन्हें बर्गलाने का कार्य जो भी कर रहे हैं वों गलत है, विश्वकर्मा समाज सभी कों एकजुट कर लगातार उन्हें आगे लेकर चल रहीं है, अगर समाज मे बिखराव होगा तो राजनितिक पार्टियां इसका गलत फायदा उठाएगी, उन्होने कहा की समाज के लोगों कों इस बात कों समझने की जरुरत है की ऐसे लोगों के बहकावे मे ना आएं और सभी एकजुट होकर अपने समाज कों आगे बढ़ाने का प्रयास करें तभी जाकर सभी का विकास पूर्ण रूप से हो पायेगा.