
18 अगस्त से शुरू हुए स्थापना दिवस के कार्यक्रम का समापन 23 अगस्त को पूर्णाहुति व प्रसाद के साथ संपन्न होगा, प्रथम दिन स्थापना दिवस के अवसर पर बाजे गाजे के साथ मंदिर परिसर से महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने पारंपरिक परिधान के साथ कलश यात्रा में शामिल होकर भगवान भोलेनाथ की आराधना, कलश यात्रा मंदिर परिसर से प्रस्थान कर स्वर्णरेखा दुमहानि नदी के लिए कूच कर गया,दुमहानि नदी से जल लेकर श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किये