
इन्होने कहा की सत्र 2022-23 के छात्रों का पंजीयन स्कुल प्रशाशन के लापरवाही के कारण नहीं हुआ है, इसके खिलाफ 12 मई को इनके द्वारा अनशन किया गया था लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी ने करवाई का आश्वाशन देकर अनशन को समाप्त करवाया था लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला और अभी तक छात्रों का पंजीयन नहीं किया गया, इन्होने चेतावनी देते हुए कहा की अगर 15 दिनों के भीतर छात्रों का पंजीयन नहीं हुआ तो आगे चरमबद्ध आंदोलन इनके द्वारा किया जायेगा.
