
खूंटी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। कल तपकारा थाना क्षेत्र में चल रहे विकास कार्य स्थल पर लेवी मांगने के क्रम में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पीएलएफआई के कुख्यात नक्सली सुखराम गुड़िया उर्फ रोडे को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।
खूंटी एसपी अमन कुमार ने प्रेस ब्रीफ में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की तपकारा थाना क्षेत्र के इलाके में चल रहे विकास कार्य में पीएलएफआई नक्सली लेवी वसूलने के उद्देश्य से अपने दस्ता सदस्यों के साथ विकास कार्य स्थल पर पहुंचा था। सूचना के आधार पर पुलिस ने अपर पुलिस अधीक्षक अभियान के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया और छापामारी दल द्वारा सघन छापामारी की गई। जैसे ही पुलिस टीम वहां पहुंची सुखराम गुड़िया का दस्ता भागने में सफल रहा लेकिन सुखराम की बाइक अचानक खराब हो गई और वह बाइक छोड़कर भागने लगा। छापामारी टीम पुलिस ने जोनल कमांडर सुखराम गुड़िया उर्फ रोड़े का पीछा कर धर दबोचा।
उसके पास से पुलिस ने AK- 47 राइफल, मैगजीन, 24 कारतूस, 16 मोबाइल, एक बाइक, 1,73,700 रुपये नगद, 52 पीएलएफआई का लेवी वसूली रसीद तथा अन्य सामान बरामद किया।
साथ ही खूंटी, चाईबासा जिला बल एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने छापामारी अभियान में अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार सुखराम गुड़िया की निशानदेही पर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का निजी हथियार जर्मन राइफल एच के-33, मैगजीन, 245 गोली, अलग अलग 3 देशी पिस्टल, दूरबीन ल और अन्य सामग्री बरामद की गई।
एसपी अमन कुमार ने बताया कि पीएलएफआई का जोनल कमांडर सुखराम पूरे इलाके में सक्रिय था और इस पर एक लाख का इनाम घोषित घोषित था। खूंटी चाइबासा और सिमडेगा जिला में करीब 2 दर्जन से अधिक मामलों में वांछित रहा है।उसकी गिरफ्तारी और पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के निजी हथियार जर्मन राइफल एच के-33 सहित भारी मात्रा में हथियार गोली की बरामदगी से पीएलएफआई उग्रवादियों को भारी क्षति पहुंची है।
गिरफ्तार जोनल कमांडर सुखराम गुड़िया का आपराधिक इतिहास 2014 से ही रहा है। तोरपा तपकरा, मुरहू, बंदगांव,आनंदपुर, गुदड़ी समेत अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 27 मामले दर्ज है। छापामारी अभियान में अभियान एएसपी रमेश कुमार एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी तोरपा अंचल पुलिस निरीक्षक दिग्विजय सिंह, कर्रा थाना प्रभारी रंजीत किशोर, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, सुमित कुजूर, अजीत जेरोम बाड़ा, रघुवंश सिंह, शिवकुमार राम, सोमरा उरांव और राहुल कुमार शामिल रहे। वही छापामारी अभियान में सीआरपीएफ 94 बटालियन की द्वितीय कमान अधिकारी पीआर मिश्रा, एएसपी अभियान रमेश कुमार, एसडीपीओ चक्रधरपुर कपिल चौधरी, एसडीपीओ तोरपा ओमप्रकाश तिवारी, अंचल पुलिस निरीक्षक दिग्विजय सिंह, रनिया, बंदगांव थाना क्षेत्र की पुलिस बल और सशस्त्र बल, अंगरक्षक और सैट-120 तोरपा पुलिस टीम शामिल थी।