ट्रांसपोर्टर सह आजसू नेता दिलीप महतो डिप्रेशन में हुए थे लापता

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चांडिल। चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए कहा कि विगत 10 जनवरी को चांडिल थाना क्षेत्र के एनएच 33 आसन बनी टीसीआई के पास से ट्रांसपोर्टर सह आजसू नेता दिलीप महतो को अपहरण किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। उनके भाई प्रदीप महतो के द्वारा अपहरण की लिखित शिकायत का मामला दर्ज कराया गया था। एसडीपीओ ने कहा दिनदहाड़े एनएच 33 से अपहरण का मामला था। इस घटना में स्थानीय लोग एवं जनप्रतिनिधि काफी चिंतित हो उठे थे। पुलिस के लिए उन्हें ढूंढ निकालना अत्यंत ही जरूरी था एवं चुनौती भरा कार्य था। अपहरण की आशंका को लेकर स्थानीय लोगों ने एनएच 33 को कुछ देर के लिए जाम भी किया गया था। पुलिस मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने टेक्निकल टीम के सहयोग से जगह-जगह छापेमारी शुरू की। इस कांड को सुलझाने को लेकर तकनीकी शाखा को विशेष रूप से लगाई गई। जगह-जगह की सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसी दौरान तकनीकी शाखा के मदद से दिलीप महतो का लोकेशन पश्चिम बंगाल के हावड़ा मे मिला ‌। लोकेशन के आधार पर तत्काल अनुसंधान टीम को हावड़ा के लिए रवाना किया गया। इसी बीच अपहृत का लोकेशन पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ ट्रेस किया गया। धालभूमगढ़ के लोकेशन ट्रेस होते ही अनुसंधान में लगाए गए टीम तत्काल धालभूमगढ़ पहुंची एवं अपहृत के चचेरे भाई सुधाकर महतो के घर से अपहृत को सकुशल बरामद किया गया। एसडीपीओ ने बताया अपहृत से पूछताछ में केवल डिप्रेशन में लापता होने की बात प्रकाश में आयी है। एसडीपीओ ने कहा तथाकथित अपहृत दिलीप महतो को सकुशल इतनी जल्दी बरामदगी पुलिस के लिए उपलब्धि है।

छापेमारी दल में शामिल।

चांडिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, चांडिल इंस्पेक्टर पास्कल टोप्पो, चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार, ईचागढ़ थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर, जितेंद्र कुमार राम सहित अन्य सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

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