रिपोर्टर जितेन सार खूंटी
लोकेशन खूंटी
खूंटी जिला पुलिस ने जमीन विवाद में हत्या मामले का खुला कर लिया है।जमीन विवाद में चचेरे भाई ने दसाय मुण्डा के इकलौते बेटे कानू मुण्डा को अगवा करके साथियों के साथ 35 किमी दूर जंगल के बीच ले जाकर मौत के घाट उतार दिया। जिले के मुरहू थाना क्षेत्र अन्तर्गत ईट्ठे गाँव निवासी लगभग 24 वर्षीय कानू मुण्डा का अपहरण करके हत्या किये जाने का मामला सामने आया है। अपहरण का आरोपी स्वयं उसके चचेरे भाई सागर मुण्डा और उसके परिवार हैं। नक्सली सागर मुण्डा ने पत्नी, भाई और दोस्तों के साथ मिलकर कानू मुण्डा की हत्या को दिया अंजाम जमीन विवाद में अपने दोस्तों के साथ मिलकर दशाय मुंडा के इकलौते लड़के कानू मुण्डा को धमकी देकर उसके घर से एक अगस्त को अपहरण करके तपकरा थाना क्षेत्र के गोपला जंगल के अंदर ले गया। फिर पत्थर में बैठाकर तोनो और दऊली से उसे काट कर मौत के घाट उतार दिया। और गड्ढा खोदकर उसमें डालकर नमक डालकर मिट्टी और पत्ता से दबा दिया। ताकि जल्द ही लाश गल जाए। इसके लिए पत्नी ने पंद्रह दिनों पहले से अपना पता वो पहचान छिपाकर बिचना में डेरा लेकर रहने लगी थी। और फिर समय पाकर सागर मुण्डा ने अपने चचेरे भाई कानू मुण्डा को एक अगस्त दोपहर दो बजे अगवा करके नक्सली इट्ठे गाँव निवासी सागर मुण्डा और उसका भाई सिनु मुण्डा , अड़की थाना क्षेत्र के उलिहातु बरगी के अपराधी अमरजीत पुर्ति और तिलतिला भुरसुडीह निवासी जयमसीह ओड़ेया, खूँटी कमन्ता सेरेंगडीह निवासी अनमोल टुटी, सागर की पत्नी चांदमनी गुड़िया के साथ मिलकर तपकरा थाना क्षेत्र के कुमांग सीसीटोली के गोपला जंगल ले जाकर गला काटकर निर्मम हत्या करके शव को गड्ढा खोदकर नमक डालकर गाड़ दिया। और उसके वस्त्र को इधर उधर पेड़ में फेंक दिया। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उसके सिर काटकर उसके साथ फोटो खिंचाई सेल्फी लिया और सिर को कपड़े में बांधकर फिर वापस मुरहू थाना क्षेत्र के पैलोल और दुलुआ गांव के बीच दुलुवा टोंगरी के पास गड्ढ़ा खोदकर दबा दिया।
हत्या के लिए प्रयोग वाहन को जब्त किया गया तथा उसमें दो लोगों को हिरासत में लिया गया। जिसके बाद पूछे जाने पर सभी का पता चला फिर गहन पूछताछ और लोकेशन ट्रेस करते हुए सागर मुंडा को गिरफ्तार किया गया। जिसमें हत्या करने की बात कबूल करते हुए शव के स्थान तथा घटनास्थल का पता बतलाया । और हत्या के कारण तथा किस प्रकार हत्या की उसने सारी जानकारियाँ दी।
पूरे वारदात पर सफलता पूर्वक उद्भेदन कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जब से कानू मुण्डा गायब हुआ तब से गाँव और घर में चिंता और शोक का माहौल है। लोग उसके आस में लगे थे कि किसी तरह कानू जिंदा लौट जाए। लेकिन रविवार को इसके मौत की खबर और मृतक के बॉडी का पता चला।
प्रेस वार्ता करके राँची ग्रामीण एसपी और खूँटी के प्रभारी एसपी नौशाद आलम ने बताया कि सागर मुण्डा और उसका भाई व पत्नी ने 15 दिन पूर्व ही कानू मुण्डा को ठिकाना लगाने की योजना बना चुके थे और कहाँ कैसे ठिकाना लगाना है । रणनीति बना चुके थे। और फिर नक्सली सागर मुण्डा ने जमीन के लालच में पत्नी भाई और दोस्तों के साथ मिलकर कानू की हत्या किया। उन्होंने बताया कि दसाय मुण्डा के अनुसार एक दिसंबर को वे अपने परिवार के साथ खेत में काम करने गये थे। उनका बेटा कानु मुण्डा घर में अकेले था। जब अपने परिवार के साथ शाम करीब 5 बजे खेत से काम करके आये तो देखा कि उनके घर के पास अगल-बगल के लोग जमा है। पूछने पर लोगो ने बताया गया कि उनका बेटा कानु मुण्डा को दोपहर करीब 2 बजे के आस-पास उनका भतीजा सागर मुण्डा एवं उसके दो अज्ञात साथी मिलकर डरा धमकाकर अपहरण करके अपने साथ ले गया है। फिर वे अपने परिजनों के साथ सभी परिचित एवं रिश्तेदारों के यहाँ खोजबीन करने का काफी प्रयास किया किंतु पता नही चल पाया। वादी के लिखित आवेदन के आधार पर मुरहू थाना कांड सं0-104/22, दिनांक-02.12.2022 धारा-365/34 भा0द0वि० के अन्तर्गत प्रा०अभि० सागर मुंडा एवं अन्य अज्ञात अपराधकर्मियों के विरूद्ध कांड अंकित किया गया। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार के नेतृत्व में कांड के उद्भेदन एवं अज्ञात अपराधकर्मियों को गिरफ्तार करने हेतु एसआईटी का गठन किया गया।उक्त छापामारी टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड का उदभेदन कर कांड में शामिल छः अभियुक्तों को जिसमें एक (महिला) गिरफ्तार किया गया है। कांड के अभियुक्तों द्वारा स्वीकार किया गया कि वे लोग मिलकर एक दिसंबर को ही अपहृत कानू मुंडा की हत्या की गई। शव से धड़ को अलग कर कुमांग गोपला जंगल में तथा सिर को लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर पेलोल डैम स्थित दुलवा टुंगरी में छिपा दिया गया था। एसआईटी की टीम ने दण्डाधिकारी की उपस्थिति में मृतक के कटे सिर को पुलिस द्वारा बरामद किया गया है। सभी अभियुक्तों द्वारा अपना स्वीकारोक्ति बयान में अपना अपराध स्वीकार किया गया।
प्रभारी ग्रामीण एसपी ने बताया कि कांड में प्रयुक्त किया गया एक बोलेरो, दो रक्तरंजित दौउली, एक कुदाल, एक मोबाईल तथा अन्य सामान को बरामद किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में इट्ठे गाँव निवासी नक्सली सागर मुण्डा और उसके सहयोगी अपराधियों में उसका भाई सिनु मुण्डा , अड़की थाना क्षेत्र के उलिहातु बरगी के अपराधी अमरजीत पुर्ति और तिलतिला भुरसुडीह निवासी जयमसीह ओड़ेया, खूँटी कमन्ता सेरेंगडीह निवासी अनमोल टुटी, सागर की पत्नी चांदमनी गुड़िया थे। जिसमें सभी के उपर पूर्व से ही आपराधिक मामला रहा है। इस छापामारी दल में अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार, मुरहू अंचल निरीक्षक मो0 शाहिद रजा, मुरहू थाना प्रभारी चुडामणी टुडू, बलराम कुमार सिंह, दिगम्बर पाण्डेय, विक्की ठाकुर, बानो थाना के ओड़गा ओपी के रमेश कुमार, हव0अमित कुमार सैट-117, जैप-07 9. आरक्षी / 355 सुधीर कुमार रवानी व सशस्त्र बल एवं सैट-117, जैप-07 एवं ओरगा ओ०पी० सशस्त्र बल शामिल थे।