इसका विरोध झामुमो के अगुवाई मे ग्रामीणों ने किया, इसके खिलाफ इन्होने टोल प्लाजा के समक्ष धरना देते हुए इसका विरोध किया.
बता दें की इससे पूर्व इस टोल प्लाजा के खिलाफ स्थानीय विधायक रामदास सोरेन ने भी धरना दिया था और केंद्र सरकार तथा एन.एच.ए.आई को इसे हटाए जाने की मांग भी रखी थी, इसके बावजूद यह मंगलवार को यह टोल प्लाजा शुरू कर दिया गया, जिसका विरोध स्थानीय एवं झामुमो ने किया है, इनके अनुसार इसी रूट मे मात्र 35 किलोमीटर मे पूर्व से एक टोल प्लाजा संचालित है, जबकि 60 किलोमीटर से कम दायरे मे दो टोल नहीं लिया जा सकता है, साथ ही जितनी जमीन इस टोल प्लाजा कर लिए ली गई है उन सबका व्यापारीकरण किया जा रहा है, जबकि खेती के जमीन को काफ़ी कम दर पर ग्रामीणों से अधग्रहित किया गया था, धरना मे बैठे लोगों ने कहा की आज पहले दिन सांकेतिक धरना दिया जा रहा है, अगर यहाँ टोल वसूली बंद नहीं किया गया तो आगे आंदोलन और उग्र होगा.