यह मात्र मेला नहीं है बल्कि यह सरयू राय द्वारा बचपन बचाओं अभियान की शुरुआत है जिससे बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी जिससे बच्चों को बेहतर कल और भविष्य के निर्माण में मदद मिलेगी। ये बातें सिदगोड़ा स्थित चिल्ड्रेन पार्क में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय बाल मेला के उद्घाटन के अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने अपने संबोधन में कहा। सिदगोड़ा के चिल्ड्रेन पार्क में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री सरयू राय की पहल पर स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट द्वारा तीन दिनों तक चलने वाले बाल मेला का आज शुभारंभ हुआ। मौके पर उपस्थित अतिथियों ने बाल मेला संदेश के संदेश लिखे गुब्बरे आसमान में उड़ाये और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
हरिवंश ने आगे कहा कि विगत 30 दशकों में ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में टेक्नोलाॅजी का उपयोग तेजी से बढ़ा है और टेक्नोलाॅजी की एक क्रांति आ गयी है। इससे जहाँ लाभ मिला है इसका दुष्प्रभाव भी बच्चों पर पड़ा है। बच्चों के रहन-सहन और खान-पान को इसने गंभीर रूप से प्रभावित किया है। आज बच्चे अधिकतर समय मोबाईल, कम्प्यूटर, लेपटाॅप और आईपैड पर बिताते हैं। इसपर वे हिंसक गेम खेलते हैं। बच्चे शारीरिक खेल खेलना भूल गये हैं। इसका दुष्प्रभाव यह पड़ रहा कि बच्चों में आज कंधों की बीमारी, आँखों की बीमारी आदि के साथ ही सुगर जैसी बीमारी से ग्रसित होने का परिणाम का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे समूह से कट गये हैं और अकेले समय व्यतीत करते हैं। सिंगल पैरेंट्स वाले बच्चों पर इसका ज्यादा गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। माता-पिता भी टेक्नोलाॅजी से ऐसे जुड़ गये हैं कि उनके पास बच्चों के लिए समय नहीं है। बच्चों को अब पहले वाला माहौल नहीं मिल रहा है जिससे बच्चों की संवेदनाएं घट रही हैं। एक संयुक्त परिवार में बच्चों को बेहतर माहौल मिलता है। बच्चे पहले दादी-नानी से कहानियाँ सुनते थे। बच्चों के लिए विभिन्न तरह की काॅमिक साहित्य उपलब्ध होते थे और बच्चे सामुहिक रूप से आउटडोर एक्टिविटी करते थे जिससे उनका व्यक्तित्व विकास होता था। बच्चों में चरित्र निर्माण का कार्य परिवार और स्कूल से शुरु होता है। कहा कि श्री राय द्वारा प्रदान की गयी यह चिल्ड्रेन पार्क और इस वर्ष से प्रारंभ की गयी यह मेला बच्चों के लिए एक अनुपम उपहार साबित होगा। उन्होंने बच्चों को इस चिल्ड्रेन पार्क को आउटडोर एक्टिविटी के बेहतर स्त्रोत का रूप बताया और इसका लाभ उठाने के लिए बच्चों और अभिभावकों को प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिलने पर अपना सौभाग्य बताया तथा श्री राय को इसके लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अगले वर्ष इसके और भव्य आयोजन होनेे की शुभकामना दी।
विधायक सरयू राय ने मेला के बारे में बताते हुए अपने संबोधन में कहा कि दो वर्षों तक कोरोना में बच्चों की बाहरी गतिविधियाँ बंद हो गयी थी। कोविड के बाद चिल्ड्रेन पार्क में विभिन्न झुला लगाने तथा इसका सौंदर्यीकरण का कार्य वे अपनी निधि से करवा रहे हैं ताकि शहर के बच्चों को खेलने का एक बेहतर स्थल मिल सके। उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य होते हैं। एक अच्छा माहौल और शिक्षा से उनका व्यक्तित्व का बेहतर विकास होता है। पूर्व से ही वे सरकारी विद्यालयों के गरीब और जरूरतमंद बच्चों को ‘वीणापाणि पाठशाला’ के माध्यम निःशुल्क शिक्षा प्रदान करते आ रहे हैं। वीणापाणि पाठशाला में अब दूसरा बैच चल रहा है। प्रत्येक तीन महीने में उनमें आए परिवर्तन की समीक्षा होती है। इसी क्रम में अचानक बाल दिवस के अवसर पर बाल मेला के आयोजन का विचार आया। उन्होंने कहा कि पहले वे सोचे नहीं थे कि यह आयोजन इतना भव्य होगा और बच्चे और अभिभावक इतने उत्साह से इसमें भाग लेंगे। बच्चों और अभिभावकों ने जितनी उत्साह से इसमें भाग लिया इसके लिए और तैयारी की आवश्यकता उन्होंने महसूस की। उन्होंने कहा कि आज बच्चों के लिए आयोजित हुए प्रतियोगिताओं में 84 विद्यालयों के 2700 बच्चों ने भाग लिया। श्री राय ने कहा कि एक उत्कृष्ट पत्रकार और राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश नारायण सिंह से इसका उद्घाटन होना सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम में श्री हरिवंश ने खेल प्रतियोगिता में विजेताओं को मेडल व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया,
