जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जिला एवं प्रखंड के पदाधिकारी कार्यशाला में हुए शामिल, वर्ष 2024 तक सभी घरों में नल से जल पहुंचाने पर किया गया मंथन, होटल केनेलाइट, साक्ची में जन जीवन मिशन के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष श्री पंकज सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह, अधीक्षण अभियंता जमशेदपुर अंचल श्री शिशिर कुमार सोरेन, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री राजेश पांडेय, कार्यपालक अभियंता पेजयल एवं स्वच्छता विभाग जमशेदपुर एवं आदित्यपुर प्रमंडल तथा अन्य पदाधिकारी शामिल हुए । कार्यशाला में अगले 2 वर्षों में जिले के सभी घरों में नल से जल कैसे पहुंचे, कार्ययोजना एवं क्रियान्वयन पर चर्चा की गई ।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल ने कहा कि दूषित पानी लोगों को बीमार बनाती है, ऐसे में यह योजना लोगों के स्वास्थ्य हित में भी काफी उपयोगी होगी । निदेशक एनईपी ने कहा कि जल के बिना जीवन की परिकल्पना अधूरी है। सरकार का लक्ष्य 2024 तक नल से जल प्रत्येक घर तक पहुंचाना है। सभी मिलकर सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को धरातल पर उतारने का कार्य करें। कार्यपालक अभियंता आदित्यपुर प्रमंडल ने कहा कि इस योजना के संचालन और रखरखाव के प्रति जवाबदेही समुदाय की सुनिश्चित करनी होगी। जल संरक्षण के प्रति सजग होना एवं जल स्रोतों के आसपास की सफाई रखना समुदाय को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि जन भागीदारी से ही यह योजना सफल होगी इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ -साथ आमजनों का भी सहयोग अपेक्षित है।
जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती बारी मुर्मू ने कहा कि जल संरक्षण के विषय पर गंभीरता के साथ सोचना होगा एवं इस दिशा में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा शुद्ध पेयजल सभी को मिले यह वर्तमान समय की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत है। जल जीवन मिशन के तहत सभी घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा। जिला परिषद उपाध्यक्ष ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में जल की समस्या पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि निश्चित ही यह आने वाले दिनों में काफी उपयोगी होने वाली है ।
अधीक्षण अभियंता, जमशेदपुर अंचल श्री शिशिर कुमार सोरेन ने जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन की वर्तमान स्थिति एवं प्रगति को विस्तृत रूप से बताया । उन्होने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है । जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्राप्त करने के लिए ग्राम स्तर पर मुखिया एवं जलसहिया को जल जीवन मिशन में चल रहे कार्यों की देखरेख करने का आग्रह किया गया। आगे उन्होंने कहा कि हर घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के साथ-साथ लोगों को जल संरक्षण के प्रति भी जागरूक होना होगा, तभी इस मिशन को सार्थक रूप दिया जा सकता है।
इस अवसर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के राज्य समन्वयक श्री नितिन कुमार एवं संजय गौतम द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को तकनीकी जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के जिला समन्वयक, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, प्रखंड समन्वयक, सोशल मोबलाईजर, पंचायत सचिव, जलसहिया, ISA के प्रतिभागी आदि उपस्थित थे,





