जमशेदपुर के गोलमुरी थाना अंतर्गत पुलिस लाइन के स्टाफ क्वार्टर संख्या एलएसजी जे5 में महिला पुलिसकर्मी सविता रानी हेंब्रम, उसकी मां लखिया मुर्मू और बेटी गीता की हत्या सुंदर टुडू ने नहीं बल्कि एसएसपी के चालक रामचंद्र सिंह जामुदा ने की थी. एसएससी प्रभात कुमार ने प्रेस वार्ता में इसका खुलासा कर दिया है. पुलिस ने रामचंद्र की निशानदेही में घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड और घटना के समय पहना हुआ कपड़ा बरामद किया है. रामचंद्र ने प्रेम प्रसंग में घटना को अंजाम दिया है. जानकारी देते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि सविता और रामचंद्र 2016 से परिचित थे. रामचंद्र को दो माह से यह लगता था कि सविता किसी और के साथ संबंध में है. इस कारण दोनों के बीच मनमुटाव था. 19 जुलाई की रात 12 बजे से 1 बजे के बीच उसने घटना को अंजाम दिया और कमरे में ताला लगाकर चलता बना.
ये है मामला
गुरुवार देर रात पुलिस लाइन के क्वार्टर नंबर एलएसजी जे5 निवासी महिला पुलिसकर्मी सविता रानी, उसकी मां लखिया मुर्मू और बेटी गीता का शव बरामद किया गया था. कमरे से बदबू आने पर पड़ोसियों ने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी थी. जिसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया. तीनों की हत्या गला घोंटने के बाद धारदार हथियार से वार कर किया गया था. जांच के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक का भी सहारा लिया गया था. जिसके बाद आरोपी एसएससी के चालाक को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
जमशेदपुर से रंजीत कुमार ओझा की रिपोर्ट