स्वाइन फ्लू को लेकर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल स्थित सेमिनार हॉल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल अस्पताल अधीक्षक सहित तमाम डॉक्टर मौजूद रहे. इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू बेसिकली इन्फ्लूएंजा का ही एक रूप है. दस दिनों में अगर सर्दी, खांसी और बुखार यदि ठीक नहीं हो रहा है, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो वैसे मरीजों को तत्काल कोविड-19 कराते हुए स्वाइन फ्लू की जांच भी करानी चाहिए. स्वाइन फ्लू अब जानलेवा नहीं रह गया है. समय रहते यदि इसका उपचार हो गया तो इससे मरीज ठीक भी हो रहे हैं. कोविड-19 वैक्सीन के तर्ज पर स्वाइन फ्लू का भी वैक्सीन इजाद किया गया है.