बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर एक में स्थित वीर शाहिद सिदो-कान्हो की प्रतीमा को असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की रात को क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. खासकर झामुमो समर्थक इसको लेकर गोलबंद हो गये हैं. घटना की जानकारी पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची और पूरे मामले की जांच की.झामुमो केंद्रीय सदस्य पहुंचे
घटना की सूचना पाकर झामुमो के केंद्रीय सदस्य महाबीर मुर्मू पहुंचे और घटना की शिकायत बिरसानगर पुलिस से जाकर की. इस दौरान बिरसा सेवा दल के लोग भी पहुंच गये थे. महाबीर मुर्मू और बिरसा सेवा दल को एनोस सोरेन ने कहा कि घटना बिरसानगर थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर घटी है. नेताओं ने कहा कि अगर असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो इसको लेकर आंदोलन किया जायेगा.उनका कहना था कि बिरसानगर थाने से मात्र सौ मीटर की दूरी पर प्रतिमा स्थापित है. बावजूद इसके प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के साथ तोड़-फोड़ की गई. यह पुलिस प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है. इस मामले में स्थानीय निवासी जेनेट टोप्नो और सैमुअल देवगम ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. उनका यह भी कहना है कि 17 सितंबर 2014 को भी बिरसानगर संडे मार्केट के बिरसाबुरु पर स्थापित बिरसा मुंडा के आदमकद प्रतिमा के बायें हाथ को जबरन तोड़ा गया था. साथ ही उनके हाथ के धनुष को ले जाने का प्रयास किया गया था. इस बार भी प्रतिमा के हाथ के धनुष को असामाजिक तत्वों ने गायब कर दिया है. पुलिस से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है. इसके अलावा प्रतिमा को पुन: मरम्मत कराने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की गई है. वहीं आनेवाले समय में इस तरह की घटना नहीं घटे, इसके लिए सुरक्षात्मक कदम उठाने की मांग की गई है. ऐसा नहीं होने पर बस्तीवासियों के साथ मिलकर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.