कुचाई प्रखंड स्थित झामुमो कार्यालय में प्रखंड के विभिन्न समस्याओं को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम समाजसेवी रामचंद्र सोय के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने विधायक दशरथ गागराई को एक ज्ञापन सौंपा। कुचाई प्रखंड ग्रामीण एवं नक्सल प्रभावित पहाड़ी क्षेत्र में बसा हुआ है। प्रखंड से 30 किलोमीटर चक्रधरपुर, 70 किलोमीटर जमशेदपुर, 50 किलोमीटर खूंटी, 45 किलोमीटर चाईबासा एवं 30 किलोमीटर सरायकेला पड़ता है। जिसके कारण शिक्षा, सिंचाई, रोजगार के साधन, नशारहित प्रखंड और मनरेगा योजना आदि सभी मामलों में पिछड़ा हुआ है। वही ज्ञापन में लिखा कि प्रखंड के सभी 10+2 विद्यालयों में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होती है। इस समस्या का समाधान किया जाए एवं एक डिग्री कॉलेज की स्थापना किया जाए ताकि गरीब बच्चे घर से ही बीए, बीएससी एवं बीकॉम आदि की पढ़ाई पूरी कर सके। किसानों की आवश्यकता हेतु खेत में जोताई का धान रोपाई इत्यादि का काम मनरेगा से हो। कुचाई प्रखंड में जहां संभव हो सोना नला नदी में लिफ्ट सिंचाई परियोजना की व्यवस्था हो। एकमात्र स्थाई आधार पंजीकरण केंद्र 4 माह से बंद है जल्द चालू हो। कुचाई प्रखंड में कम से कम एक आइटीआई केंद्र का निर्माण हो। प्रखंड के केरकेट्टा मोड़ से गोपीडीह चौक एवं कुचाई चौक से अरूंवा चौक तक दो सड़क ठीक है बाकी अन्य सड़क सभी खराब हो चुके हैं जल्द निर्माण हो। यास तूफान पीड़ितों एवं असमय वर्षा से नुकसान एवं खेती किसानों को आकलन पर जल्द मुआवजा मिले। कुचाई प्रखंड पर बस पड़ाव जल्द निर्माण हो एवं एसबीआई का शाखा स्थापित किया जाए। कुचाई प्रखंड के सभी वासियों को बिजली मीटर एवं कनेक्शन सस्ती दर पर उपलब्ध हो। धान खरीद केंद्र जनवरी से जुलाई तक चालू हो एवं समय पर राशि का भुगतान हो। रवि और खरीफ फसल को सुरक्षित रखने हेतु ग्राम स्तर पर कॉजी हाउस का सरकार की ओर से व्यवस्था किया जाए। प्रखंड कार्यालय के पास एक कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था सरकार की ओर से किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में 20 सूत्री अध्यक्ष राम सोई,तूराम सोय, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह मुंडा, झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष रावण सुम्ब्रुरूई, धर्मेंद्र सांडील, गारदी सोय, धनश्याम सोय, राहुल सोय, मुन्ना सोय, गुलाब सिंह सोय, मनोज कुमार मुदुईया, जगन्नाथ महतो, कृष्णा सोय, चंपाई सोय, बनवारी लाल सोय, संगल सिजूई, सितंबर गुंदुवा, विक्रांत गोप, हिंदू सोय, रामाय सोय आदि उपस्थित थे।