राजनगर: प्रखंड के बड़ा सिजुलता पंचायत अंतर्गत छोटा सिजुलता गांव के ग्रामीणों ने कोरोना जांच में उत्सुकता दिखाते हुए।गांव के लगभग 25 लोगों ने अपना कोरोना टेस्ट कराया।जो कोरोना महामारी के प्रति जागरूकता का परिचय देता है।चूंकि अभी भी कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र है।जहां कोरोना जांच करवाने में लोग डरते है।कि यदि कोई पॉजिटिव हुआ तो उन्हें समाज मे दूसरी नजर से देखेंगे।और ग्रामीणों को डर इस बात का भी होता है।कि यदि पोसिटिव रिपोर्ट हुआ तो उन्हें अस्पताल में 14 दिनों के लिए कोरोनटीन रहना पड़ेगा।यही वजह है कि अभी भी लोग कोरोना टेस्ट करवाने में घबराते ह।परन्तु ऐसा नही है।यदि कोई पोसिटिव पाया जाता है।तो उन्हें होम आइसोलेट यानी घर मे रहने की सलाह दी जाती है।और स्वास्थ्य विभाग से निशुल्क दवाईयां भी दी जाती है।लेकिन यह पहली बार देखा गया कि राजनगर प्रखंड में एक ऐसा भी गांव है।जहां लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है।बता दें कि इस गांव में लगभग 10 से 15 लोग तीन चार दिनों से हल्की बुखार, सर्दी,खासी से पीड़ित थे।वहीं गांव के युवाओं ने बताया कि नजदीक में एक मंडल क्लीनिक है।जहां प्रति दिन सैकड़ों मरीज बाहर यानी उड़ीसा,बंगाल,तथा झारखंड के कोने कोने से इलाज करवाने आते है।वह भी बिना कोरोना टेस्ट के यह डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है।और बाहरी लोग आस पास के होटलो में भी जाते है।जहां गांव के लोग भी जाते है ।जिस कारण ग्रामीणों में भय बना हुआ है।कि यही वजह है कि गांव में लोग प्रतिदिन बीमार पड़ रहे है।बता दें कि इस सम्बंध में पहले भी मीडिया के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया गया था।लेकिन स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन भी इसे लेकर गंभीर नजर नही आ रहे है।और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण कहीं ना कहीं ग्रामीणों को कष्ट उठाना पड़ रहा है।वहीं गांव में लोग जागरूक है।स्वास्थ्य विभाग में सम्पर्क कर सभी ग्रमीणों ने अपना कोविड टेस्ट कराने के लिए टीम को बुलवाया और लगभग 25 लोगों ने स्वेच्छा से अपना कोरोना टेस्ट करवाया।हालांकि सभी की रिपोट नेगेटिव आई है।और सभी अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं परंतु ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए भी स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक मंडल क्लिनिक मैं बाहरी लोगों के प्रवेश को बंद नहीं किया है और ना ही कोरोना टेस्ट करवाने का निर्देश दिया है। ग्रामीणों को डर है कि आने वाले समय मे विभाग की इस अनदेखी कोई बड़ी आफत की वजह हो सकती है।
*सरायकेला/राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोट*