
रविवार रात को सोने के दौरान चीती सांप ने उसे गर्दन के पीछे काट लिया। परिजन गहरी नींद में होने के कारण घटना से अनजान रहे।सुबह जब सुनील की तबीयत बिगड़ी और परिजनों ने उसके शरीर पर सांप काटने के निशान देखे तो वे तत्काल उसे एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद युवक को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में यह खबर सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। सुनील अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया सूचना पर पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार गांव में गमगीन माहौल में किया गया। इधर, घटना के बाद से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बरसात के मौसम में सांप के बढ़ते आतंक को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन जागरूकता अभियान चलाए तथा गांवों में प्राथमिक उपचार और एंटी-स्नेक वेनम की सुविधा उपलब्ध कराए। परिजनों का कहना है कि समय रहते यदि एंटी-वेनम उपलब्ध होता तो सुनील की जान बच सकती थी।
