
मजदूरों का आरोप है कि टाटा मोटर्स प्रबंधन ने सुरक्षा जोखिम के नाम पर काम बंद कर दिया है, जबकि दुर्घटना कारखाना के अंदर हुई थी और उनका काम टाउनशिप के क्वार्टर के अंदर मरम्मत का है. टाटा मोटर्स प्रबंधन ने दूरभाष के माध्यम से कहा है कि वह वेतन देगी, लेकिन जुस्को प्रबंधन का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मजदूरों ने उप श्रमायुक्त / श्रम अधीक्षक से अनुरोध किया है कि वे दोनों प्रबंधन से बात करके उनकी समस्या का समाधान करें और बंद काम के दौरान का वेतन दिलवाएं. मजदूरों का कहना है कि एक तो उन्हें पूरा महीना काम नहीं मिलता, और अब 8 दिन काम बंद होने से उनकी स्थिति और खराब हो गई है. मजदूरों ने प्रबंधन से काम चालू करने और वेतन देने की मांग की है. बताया जा रहा है कि 4 जून 2025 को टाटा मोटर्स कारखाना के अंदर एक मजदूर की दुर्घटना हुई थी, जिसके बाद प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर काम बंद कर दिया है. लेकिन मजदूरों का आरोप है कि प्रबंधन उन्हें प्रताड़ित करने के लिए काम बंद कर रहा है.