
सरायकेला खरसावां जिले के खरसावां ब्लॉक परिसर में 10.38 करोड़ की लागत से बन रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण कार्य हमेशा विवादों में रहा है। पुनः अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में आ गया है। इस योजना के शिलान्यास से विवाद शुरू हो चुका है। योजना के शिलापट में स्थानीय सांसद का नाम नहीं अंकित करने से शुरू हुई विवाद थम नही रहा है। निर्माण कार्य में नए ईंटों के जगह पुराने ईटों इस्तेमाल करने पर भी खूब सुर्खिया बटोरा था।
गुणवत्ताविहीन हो रहा निर्माण का आरोप लगता रहा। अब मजदूरों को मजदूरी करार मजदूरी भुगतान नहीं करने का मामला सुर्खियों में आया है। मजदूरी भुगतान नहीं करने से नाराज मजदूरों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण कार्य रोक दिया है। खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण कार्य मजदूरी भुगतान नहीं होने के कारण बंद पड़ा है। लाखों रुपये की मजदूरी का पैसा दबाकर बैठा पेटी ठेकेदार फरार है। दरअसल यह पूरा मामला खरसावां ब्लॉक परिसर में भवन निर्माण विभाग के द्वारा बन रहे हैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरसावां निर्माण कार्य से जुड़ा है। जिसमें बिल्डिंग बनाने वाले एजेंसी के पेटी ठेकेदार सह पुरूलिया के बडाबाजार निवासी बलदेव कोड़ा ने 80 मजदूरों से लगभग अढ़ाई लाख रुपए की मजदूरी कराई और जब पैसा देने की बारी आई तो उसने मुंह मोड़ लिया। वही काम करने वाले मजदूर काफी दिनों से मजदूरी का पैसा लेने के लिए पेटी ठेकेदार से बात करने के लिए फोन लगाते हैं। लेकिन पेटी से ठेकेदार फोन उठाने को भी तैयार नहीं है। नए नंबर से फोन लगाने पर भी फोन नहीं उठाते हैं। वहीं मजदूर का कहना है कि हमें कोई ठेका नहीं दिया गया था। बल्कि मजदूरी पर लगाया गया था। हर सप्ताह काम होने के बाद लेबर पेमेंट कर दिया जाता है। जिससे नाराज मजदूरों ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण स्थल साइट पर पहुचकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही प्रशासन से गुहार से न्याय की गुहार लगाते हुए मजदूरी दिलाने की मांग की है। इस पर भवन निर्माण विभाग के सहायक अभिंयता ने कहा कि यह संवेदक और पेटी ठेकेदार का मामला है।
पैसे देने में आनाकानी कर रहा है ठेकेदार,
परेशान मजदूर भटक रहे दर-दर,
खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण कार्य में खरसावां, कुचाई सहित विभिन्न क्षेत्रों से बिल्डिंग बनाने वाले एजेंसी के पेटी ठेकेदार सह पुरूलिया के बडाबाजार निवासी बलदेव कोड़ा के नेतृत्व में लगभग 80 मजदूरों से दो तीन माह तक कड़ी मेहनत करवाई, लेकिन अब वह भुगतान देने से बच रहा है। प्रभावित मजदूरों में अधिकांश आदिवासी समुदाय के है। ठेकेदार ने उन्हें खरसावां में काम पर रखने और समय पर भुगतान करने का वादा किया था। काम करवाकर ठेकेदार भुगतान देने से बच रहा है और फरार हो चुका है। मजदूरों ने कार्य स्थल पर दस्तक दी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। मजदूर न्याय की मांग कर रहे हैं और अपना भुगतान प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
कार्य एजेंसी ने मजदूरी भुगतान से झाडा पल्ला
खरसावां में अस्पताल निर्माण कार्य के कार्य एजेंसी ने मजदूरी भुगतान से अपान पल्ला झाड लिया। कार्य एजेंसी के साईट सुपरवाईजर वशिष्ठ मिश्रा ने कहा कि कार्य एजेंसी ने पेटी ठेकेदार बलदेव कोड़ा को स्क्वायर फीट के हिसाब से भुगतान कर दिया गया है। हमसे कोई मजदूरी बकाया नहीं है। मजदूर पेटी ठेकेदार को बुलाकर लाईए हम सिाब कर देगे।
बकाया मजदूरी नही मिलने तक काम बंद रहेगा
गरीब मजदूरों का कहना है कि वह रोज काम आते है और काम कहते हैं और उन्ही पैसों से परिवार का भरण पोषण होता है। लेकिन पेटी ठेकेदार सभी मजदूरों की लगभग अढाई लाख रुपए की मजदूरी लेकर फरार हो गया है। मजदूरों ने आवाहन किया कि जब तक बकाया मजदूर नहीं मिल जाता है। तब तक अस्पताल निर्माण कार्य बंद रहेगा। उन्होंने प्रशासन से मजदूरी भुगतान करवाने की मांग करते हुए कहा कि मजदूरी भुगतान के बाद ही कार्य प्रारंभ होगा। अस्पताल का निर्माण कार्य 30 मई से बंद पड़ा है। मजदूर सुभाष माझी का 10343 रूपये बकाया है। जबकि सुनी सोय 4 हजार, सोनाराम लोहार का 13 हजार रूपये बकाया है।
कार्य स्थल पर नहीं लगाया सूचना पट्ट
खरसावां ब्लॉक परिसर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण का काम चल रहा है। लेकिन, संवेदक ने इस संबंध में किसी तरह का कोई सूचना पट्ट कार्य स्थल पर नहीं लगाया है। 10.38 करोड़ की लागत से बनने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण कार्य स्थल पर किसी तरह का सूचना पट्ट नही लगाना सवाल खडा कर रहा है।
इन मजदूरों को नही मिली मजदूरी
सुभाष माझी, सुनी सोय, सोनाराम लोहार, र्किती गोप, सावित्री पाडिया, रायमुनी पाडिया, चित्रमनी गोप, चम्पा गोप, राखी गोप, पुनम गोप, किरण गोप, निखिल सरदार, सुजय सरदार, सुनिल पूर्ति, रूईदास सोय, प्रेम सोय, रानी गोप, उषा गोप, भारती नायक, बिनोदनी नायक, सुशील गोप, कारी पाडिया, मनीषा हेम्ब्रम, बिषम उराव, रीया पाडिया, अरूण उराव, सोमा तियु, मुगल तियु, सुनिता मुंडा, गणेश मुंडा, सुकरमनी पाडिया, सुरू पाडिया, अनिता पुर्ति, बालेमा रघु, राजेश गुदूवा, बुधनी पाडिया, सुकरमनी गोप, सलाय तियु, दिलीप तियु, राय तियु, रघु हांसदा, बप्पी हांसदा, कालीचरण हांसदा, सुरजो पाडिया, मिरा गागराई आदि मजदूरों का मजदूरी भुगतान नही हुआ है।