
जमशेदपुर : मुसाबनी थाना क्षेत्र के पारुलिया टोला श्रीमतडीह गांव में दो महिलाओं की अपहरण के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ऋषभ गर्ग ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में डिबरू हांसदा, सोमा बोदरा, मागु हांसदा, चोटका बोदरा और सांडिल पूर्ति शामिल हैं। पूछताछ के दौरान इन सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, 26 अप्रैल को सोमा बोदरा की 10 वर्षीय बेटी श्रीदेवी बोदरा की मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपियों को शक हुआ कि गांव की ही दो महिलाएं – पंगेला पूर्ति और चोको बोदरा – ने जादू-टोना कर बच्ची की जान ली है।
शक के आधार पर इन पांचों ने साजिश रची और 14 मई की शाम सात बजे भोगला पूर्ति के घर के पास दोनों महिलाओं का गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शवों को गांव से लगभग 500 मीटर दूर पश्चिम दिशा में एक गड्ढा खोदकर दफना दिया गया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और 19 मई को मामला दर्ज किया गया। तत्पश्चात सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दबे हुए शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया है। हत्या के दौरान इस्तेमाल किए गए औजार भी घटनास्थल से बरामद कर लिए गए हैं।
ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि यह घटना अंधविश्वास और सामाजिक जागरूकता की कमी का दुखद उदाहरण है। पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।