
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी पर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को कमिटी ने सिरे से नकारते हुए कहा है की गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थल मे राजनीती नहीं होनी चाहिए, गुरु के घर मे सेवादारों की आवश्यकता होती है राजनीती के लिए कई और मंच है, बता दें विगत दिनों विपक्ष के द्वारा कई तरह के मनमानी एवं घोटाले का आरोप वर्तमान प्रबंधक कमिटी द्वारा लगाई जा रही थी, जिसे कमिटी ने सिरे से नकार दिया है, साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रधान निशान सिंह ने एक वार्ता के दौरान कहा की विपक्ष उनके कमिटी पर सोलर पैनल सिस्टम मे घोटाले का आरोप लगा रही है, जबकि यहाँ बात सब्सिडी की है, उन्होंने कहा की सरकार सब्सिडी केवल डोमेस्टिक सोलर सिस्टम मे देती है ना की कमर्शियल सोलर सिस्टम मे और परिसर मे जो सोलर पैनल सिस्टम लगा है वो कमर्शियल है और इसके कागजात उन्होंने सभी के समक्ष पूर्व मे ही प्रस्तुत कर दिये थे, और वर्तमान मे आरोप लगाने वाले लोगों के सहमति के बाद यह सोलर प्रोजेक्ट लगाया गया था, जिसका भी लिखित दस्तावेज मौजूद है .उन्होने कहा की विपक्ष जबरन समय से पूर्व चुनाव करवाने का दवाब बनाना चाहती है जबकि वर्तमान कमिटी का कार्यकाल आगामी जून महीने तक है और संगत ने उन्हें सेवा का मौका है और वो उसे पूर्ण करेंगे, साथ ही कहा की नियम के तहत प्रत्येक वर्ष बैसाखी मानाने के बाद साल भर का लेखा जोखा प्रस्तुत किया जाता है विगत दो वर्ष मे ऐसा ही हुआ है और इस बार भी यही होगी, उन्होंने कहा की विगत तक़रीबन ढाई वर्ष के कार्यकाल मे कमिटी ने संगत से जो वादा किया था उसे पूरा करने का भरपूर कोशिस किया गया है और ये सबके सामने है, गुरूद्वारे मे जो भी अधूरे कार्य थे तक़रीबन सभी को पूरा कर दिया गया है, आगे संगत के मर्जी से ही आम सभा होगी और उसपर जो निर्णय होगा उसी के तहत कमिटी कार्य करेगी.