इस दौरान उनके पति ललित दास भी उपस्थित रहे, इनके द्वारा पहले अंग वस्त्र देकर यहाँ महिलाओं का सम्मान किया गया जिसके बाद सभी को अपने हाथों से भोजन परोस कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया, इस मौके पर विधायिका पूर्णिमा साहू ने कहा की आज इस खास दिवस पर वे रैन बसेरा मे निवास करने वाले महिलाओं के बिच पहुँचकर खुशी का अनुभव कर रहें हैँ, चुंकि इन महिलाओं का अपना कोई नहीं है और इन्हे भी वे अपने परिवार का सदस्य मानती है, साथ ही कहा की देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को आगे बढ़ाने हेतु कई प्रयास किये है अब जरुरत है की हम अपने गावों और पंचायतों से महिलाओं को आगे बढ़ाये ताकि अंतराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा से ज्यादा महिलाएं अपने आप को स्थापित कर पाएं.
