ओर से तीन सूत्री मांगों को लेकर जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय सांकेतिक धरना- प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को रखा है. इनकी मुख्य मांग समान काम समान वेतन के साथ वेतनमान में 50 फ़ीसदी की बढ़ोतरी करते हुए की लागू करने, पेंशन, ईपीएफ एवं मेडिकल भत्ता देने और 10 साल से अधिक सेवा देने वाले कर्मियों का सीधा समायोजन करने की मांग शामिल है. इस संबंध में जानकारी देते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजीव शरण ने बताया कि उनकी नियुक्ति संविदा के आधार पर हुई थी. उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जैसे- जैसे सेवा वृद्धि होगी उनका नियमितीकरण और सरकारी कारण किया जाएगा मगर 10 साल से भी अधिक सेवा देने के बाद भी उन्हें ना तो समान काम के बदले समान वेतन दिया जा रहा है ना ही सरकारी सुविधाएं दी जा रही है. इसको लेकर आज सांकेतिक धरना- प्रदर्शन किया जा रहा है, यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो 7 और 8 अक्टूबर को रांची में धरना दिया जाएगा. उसके बाद भी यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो दुर्गा पूजा के बाद पूरे राज्य के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. उन्होंने बताया कि राज्य में झारखंड शिक्षा परियोजना से जुड़े कल 3000 संविदा कर्मी शिक्षक हैं, जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले में डेढ़ सौ से भी अधिक कर्मी अपनी सेवा दे रहे हैं.