बच्चों को नहीं मिला न्याय, सरकार एनटीए को बचाने में सफल- डॉ. अजय कुमार जांच एजेंसियों ने कोर्ट के सामने नहीं रखे सही तथ्यजमशेदपुर। नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरा होने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने बुधवार को प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि सभी बच्चे चाहते थे की नीट यूजी की परीक्षा दोबारा हो. यदि फिर से एगजाम होता तो देश के लिए एक नजीर बनती. जिन लोगों ने पेपर आउट किया या सेंटर पर गड़बड़ी की, उनके चेहरे पर तमाचा लगता. सुप्रीम कोर्ट द्वारा नीट-यूजी की परीक्षा दोबारा नहीं कराने के आदेश के बाद अजय कुमार ने मोदी सरकार से सवाल पूछा है कि सरकार को यह सार्वजनिक तौर पर बताना चाहिए की नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक के लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शुरु से एनटीए को बचाना चाहती है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दुखद करार देते हुए डॉ. अजय ने कहा कि बच्चे निराश है. इस फैसले से पेपर लीक करने वालों के हौसले और बुलंद होंगे. अब देशवासियों का एनटीए और नीटयूजी परीक्षा पर भरोसा उठ जाएगा.गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नीट-यूजी 2024 की दोबारा परीक्षा कराने से इनकार करते हुए कहा कि रिकॉर्ड पर मौजूद डेटा प्रश्नपत्र के व्यवस्थित लीक का संकेत नहीं देता है.भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि वर्तमान चरण में रिकॉर्ड पर ऐसी कोई सामग्री नहीं है जिससे यह स्पष्ट हो की परीक्षा के परिणाम खराब हुए थे या परीक्षा के संचालन में कोई व्यवस्थित उल्लंघन हुआ था.