बीते 4 जून को असमजीत तत्वों द्वारा पार्क में खेलने के दौरान बच्ची की छेड़खानी का विरोध करने पर सुनील प्रसाद नामक व्यक्ति के घर पर शरारती तत्वों द्वारा मारपीट और महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटना को अंजाम दिया गया था. कदमा थाने में पीड़ित व्यक्ति द्वारा मामला दर्ज कराया गया था. पुलिस ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए पार्क में ताला लगा दिया था. 18 जून की रात पुनः पिंटू चटर्जी, दीपू सेन, शेखर बरुआ, शंकर बरुआ, आदित्य ने जबरन पार्क का ताला तोड़कर भद्दी- भद्दी गालियां देते हुए पार्क में प्रवेश कर नशा- पान करते हुए पार्क में घुस गए. विरोध करने पर निमाई अग्रवाल के साथ मारपीट करने लगे. इसकी जानकारी निमाई अग्रवाल ने थाने को दी. गुरुवार को बस्तीवासी एसडीओ कार्यालय पहुंचे और एसडीओ से असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने और पार्क प्रशासन की देखरेख संचालित करने की मांग की. बताया कि बस्ती के पार्क पर नशेड़ियों का कब्जा है. हर दिन नशेड़ी पार्क में अड्डेबाजी करते हैं और विरोध करने पर मारपीट गाली- गलौज करने लगते हैं.