जिसमें टाटा की ओर से आ रहे खाली ट्रक संख्या बीआर02एए-1962 ने इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी सवार को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कूटी चालक राजनगर के कृष्णापुर निवासी लगभग 55 वर्षीय श्याम चंद्र दास का सिर बुरी तरह से कुचल गया. और ऑन द स्पॉट श्याम चंद्र दास की मौत हो गई. जिसके बाद स्कूटी ट्रक में फंस कर लगभग 2 किलोमीटर दूर तक घसीटाती रही. उधर घटना की सूचना मिलते ही सरायकेला थाना प्रभारी नीतीश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल से ट्रक का पीछा करते हुए 2 किलोमीटर तक कालापाथर तक पहुंचे. जहां ट्रक चालक ट्रक को खड़ा कर फरार हो गया. पुलिस ने ट्रक को जप्त करते हुए थाना ले आई. और मामले की छानबीन शुरू कर दी.
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि राजनगर के कृष्णापुर निवासी श्याम चंद्र दास अपनी इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी से राजनगर से सरायकेला की ओर जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार काफी तेज गति से आ रही उक्त ट्रक ने स्कूटी को जोरदार टक्कर मारी. घटनास्थल और सदर अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने घटना पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि रोड तो अच्छी बनी है. जिस पर संयम से चलने की आवश्यकता है. और इसके लिए प्रशासन भी तेज रफ्तार पर अंकुश लगाने का कार्य करें. सरायकेला विधायक प्रतिनिधि सनंद आचार्य ने कहा यह घटना काफी दुखद है. ट्रक चालकों को गति पर नियंत्रण रखकर चलाना चाहिए जिससे ऐसी दुर्घटनाएं ना हो.
मौके पर उपस्थित लोगों ने घटना पर हिट एंड रन का मामला बनाए जाने की मांग रखी.
बता दें कि जिले की ट्रैफिक व्यवस्था हाल के दिनों में पूरी तरह चौपट हो गई है. बिना किसी डर के वाहन चालक ओवरलोड गाड़ियों को लेकर धड़ल्ले से चल रहे हैं. उनको रोकने वाला कोई नहीं है. यातायात विभाग के अफसर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के नाम पर चालान काटने में मस्त है और आम जनता बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था से त्रस्त है. सरायकेला जिला मुख्यालय होने के बावजूद जिला ट्रैफिक पुलिस कुम्भकर्णी नींद में सोया है. पूरा ट्रैफिक पुलिस जिला मुख्यालय की व्यवस्था सुधारने की दिशा में लापरवाही और अकर्मण्यता दिखा रहा है. इससे उनके कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. नतीजा ये है कि जिला मुख्यालय में ट्रैफिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में ट्रैफिक विभाग के अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे.