उन्होंने कहा कि झारखंड में प्रतिदिन 1500 पासपोर्ट आवेदन स्वीकार करने की क्षमता है.जिसको और बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहा है ।मनिता ने कहा कि लोगों के आवेदन करने के बाद एक सप्ताह में पासपोर्ट मिल जाए. इसके रियल टाईम पुलिस वेरिफिकेशन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य के सभी थानों को पासपोर्ट ऑफिस के सिस्टम से जोड़ा जा रहा है.ताकि पुलिस अधिकारी रियल टाईम में वेरिफिकेशन रिपोर्ट डिजिटल मोड में जमा कर सके.वर्तमान में औसनत आवेदन करने के बाद लोगों को एक माह में पासपोर्ट मिल जा रहा है.वहीं तत्काल केटेगरी में आवेदन करने पर एक सप्ताह में लोगों को पासपोर्ट मिल रहा है.उन्होंने कहा कि पुलिस वेरिफिकेशन को डिजिटलाइज करने के उद्देश्य से बिष्टुपुर स्थित हॉल में कोल्हान स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है. जिसमें पूर्वी सिंहभूम,पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला खरसांवा के पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए. यहां पुलिस पदाधिकारियों को ट्रेनिंग के माध्यम से किस तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन सरल हो इसकी जानकारी दी गई ।पुलिस वेरिफिकेशन को डिजिटलाइज करने के लिए प्रमंडल स्तरीय कार्यसाला का आयोजन किया जा रहा है.इससे पूर्व दुमका, उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है. उन्होने कहा कि वर्तमान समय में पासपोर्ट लोगों की जरुरत है.सभी लोकसभा क्षेत्र में एक पासपोर्ट सेंटर है. लोगों को समय पर पासपोर्ट प्राप्त हो इसके लिए विदेश मंत्रालय द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है.।