शनिवार को बिस्टुपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय मे आयोजित एक वार्ता के दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने ये बातें कही, उन्होंने कहा की कल जो फैसला रात के नौ बजे लिया गया वही फैसला दोपहर को भी लिया जा सकता था, लेकिन जिले की उपायुक्त ने जनबूझकर राज्य सरकार को बदनाम करने की मंशा से देर रात को बैठक कर फैसला सुनाया, इन्होने कहा की उक्त बैठक मे जनप्रतिनिधि के रूप मे केवल जिले के सांसद थे जबकि जिले भर मे छह और विधायक हैं, साथ ही जिस स्थान पर बैठक हुई वहां के विधायक बन्ना गुप्ता हैं और वो राज्य के मंत्री हैं, लेकिन जिले की उपायुक्त ने उन्हें भी बैठक मे बुलाना मुनासिब नहीं समझा, साथ ही बैठक मे आखड़ा समितियों के अलावे भाजपा के वर्तमान और कई पूर्व जिला अध्यक्ष भी मौजूद थे जो किसी आखड़ा से ताल्लुक नहीं रखते बावजूद इसके उन्हें बैठक मे शामिल किया जाना यह स्पस्ट दर्शाता हैं की जिले की उपायुक्त जानबूझकर भाजपा के इशारे पर चलकर राज्य सरकार की छवि जनता के बिच ख़राब करने मे जुटी हैं, इन्होने कहा की कांग्रेस पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और राज्य के मुख्यमंत्री से उनके इस रवैये के खिलाफ शिकायत करेगी