हाई कोर्ट के निर्देश पर टाटानगर स्टेशन के समक्ष 40 वर्ष पुराने बसे सिंह होटल को ध्वस्त किया गया, 25 वर्षों से रेलवे के प्रयास को अंततः हाई कोर्ट में जीत के बाद बल मिल गया और रेलवे ने पूरे भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का विशेष अभियान चलाया जहां हर विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया
1980 से रेलवे की जमीन में बसे सिंह होटल पर रेलवे ने पिछले 25 वर्षों में कई बार अभियान चलाकर इसे ध्वस्त करने का प्रयास किया पर सिंह होटल के मालिक कुली सिंह द्वारा कोर्ट से स्टे लेकर आने पर रेलवे का प्रयास लगातार विफल साबित हो रहा था,अंततः बुधवार को हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए रेलवे की जीत सुनिश्चित की और जल्द से जल्द उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश जारी किया, हाई कोर्ट का निर्देश आते ही रेलवे ने देर ना करते हुए टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर 40 वर्षों से बसे सिंह होटल पर बुलडोजर चला कर पूरे सिंह होटल को ध्वस्त कर दिया, हालांकि इस दौरान किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए बागबेड़ा थाना पुलिस पदाधिकारी आरपीएफ के महिला पुलिस जवान मुस्तैद दिखे ताकि हर विरोध का सामना किया जा सके रेलवे के इस अभियान के दौरान किसी तरह का कोई विरोध नहीं देखा गया वही जानकारी देते हुए रेलवे के पदाधिकारी एचपी सतपति ने बताया कि कोर्ट के निर्देश पर 40 साल से रेलवे की जमीन पर बसे सिंह होटल को ध्वस्त किया गया है, उन्होंने बताया कि जहां-जहां रेलवे को जरूरत होगी अगर उस पर अतिक्रमण होगा तो रेलवे द्वारा अतिक्रमण अभियान चलाकर रेलवे की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा
हर विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए रेलवे ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे जहां आरपीएफ केनक सी नायक स्वयं अभियान में सुरक्षा की मॉनिटरिंग कर रहे थे, उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे की जमीन पर जितने भी अनऑथराइज्ड अतिक्रमण है कोर्ट के निर्देश पर विशेष अभियान चलाकर वैसे जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है, उन्होंने बताया कि इस अभियान से अपराध पर भी अंकुश लगाने में सफलता मिलेगी साथियों ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर व्यवस्थाएं की गई है