आज श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन श्री धाम मायापुर से पधारे कथा वाचक श्री सच्ची तनय दास प्रभु जी ने भगवान ऋषभदेव के जन्म उनके पुत्र श्री राजस्व भरत और नव जोगेश्वर और भरत महाराज की दूसरे और तीसरे जन्म की कथा उसके पश्चात नरक उससे बचने के उपाय भगवन नाम इस कथा प्रसंग में अजामिल का व्याख्यान हुआ और महाराज चित्रकेतु और उनका अभिशाप माता पार्वती द्वारा जन्म लिए उसके बाद सातवा स्कंध में राजसूय यज्ञ से पहले भगवान द्वारा शिशुपाल का वध और नारद जी द्वारा जय विजय की अभिशाप की कारण और हिरण्यकश्यप हिरण्यकशिपु और प्रल्हाद महाराज की कथा की प्रसंग में भगवान नरसिंह देव का आविर्भाव हुआ।
आज कथा सुनने महानगर कार्यवाह श्री रविंद्र जी, सह करवाह मृत्युंजय जी, मानगो नगर संघ चालक श्री राधारमण जी, मानगो नगर कारवाह सतीश जी, सुनील जी, उमेश जी, राकेश जी, सुधीर जी, साकची नगर से अमित जी, राहुल जी, संजय जी, एबीवीपी के हिमांशु दुबे, बापन घोष, श्री अभिषेक, श्री राजस्थान नवयुवक संघ के अध्यक्ष श्री विजय अग्रवाल, शिव प्रकाश शर्मा, हरिओम गोयल, शंकर लाल मामाजी, गोविंद राम जोशी, चंद्रशेखर शर्मा, अमित जी, भोला जी, प्रमोद अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में माताएं बहनें उपस्थित हुई। कथा के पश्चात सभी ने भोग प्रसाद ग्रहण किया।